गोरखपुर (ब्यूरो)। एम्स की ओपीडी में पेशेंट्स की संख्या में लगातार बढ़ती ही जा रही है। कोई ऐसा दिन न हो कि 2200-2500 तक मरीज ओपीडी में न देखे जा रहे हों। कोरोना पेंडमिक में मरीजों की सहूलियत को देखते हुए एम्स प्रशासन ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था बनाई थी, लेकिन अब बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराए आने वाले पेशेंट्स को भी ऑफ लाइन देखने की शुरुआत हो गई है।

7.88 लाख पेशेंट्स को अब तक हो चुका है इलाज

एम्स से मिली जानकारी के मुताबिक, ब्रेस्ट क्लीनिक, फ्लू क्लीनिक, फेटल मेडिसिन क्लीनिक, गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल सर्जरी क्लीनिक, दंत रोग चर्म रोग, नाक कान व गला रोग फैमिली मेडिसिन, जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, होम्योपैथी, स्त्री एवं प्रसूति रोग, नेत्र रोग, हड्डी रोग, बाल रोग, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन, मानसिक रोग, सीना रोग, रेडियोथैरेपी के लिए अब सुविधाएं मिलनी शुरु हो गई हैैं। वहीं एम्स से मिली जानकारी के मुताबिक, एम्स के स्थापना दिवस से लेकर अब तक 7.88 लाख से ऊपर पेशेंट्स का इलाज किया जा चुका है। इनमें सबसे ज्यादा एक लाख 69 हजार 144 पेशेंट्स को मेडिसिन विभाग में देखा गया। दूसरे नंबर पर हड्डी रोग विभाग रहा। यहां एक लाख 37 हजार 196 पेशेंट्स का ट्रीटमेंट हुआ।

एडमिट मरीजों से मिलने का तय है समय -

- तीन शिफ्ट में मरीजों से कर सकेंगे मुलाकात

- एम्स के वार्ड में एडमिट पेशेंट्स के परिजन की मुलाकात का समय तय कर दिया गया है।

- सुबह सात बजे से आठ बजे, दोपहर एक बजे से दो बजे और शाम सात बजे से आठ बजे तक पेशेंट्स से मिल सकते हैैं। इसके बाद उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी।

ऐसे लगाए नंबर -

- गूगल प्ले स्टोर से ्रढ्ढढ्ढरूस् त्रह्रक्र्र्य॥क्कक्र-द्ग ्रह्म्शद्द4ड्ड एप डाउनलोड करें।

- बुक अपाइंटमेंट पर जाएं और सवालों का जवाब देकर विभाग के डॉक्टर से दिखाने के लिए ऑनलाइन नंबर हासिल करें।

-। एम्स में पेशेंट्स की सहूलियत के लिए ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन व्यवस्था भी बना दी गई है।

एम्स में आने में वाले पेशेंट्स की सुविधा के लिए एम्स गोरखपुर-ई आरोग्य एप्प बनाया गया है। जिसे कोई भी अपने एंड्रॉयड मोबाइल में डाउनलोड कर सकता है। अप्वाइंटमेंट टाइम लेने के बाद वह वह आसानी से आकर दिखा सकता है।

- डॉ। शशांक शेखर, मीडिया प्रभारी, एम्स