- रेलवे स्टेशन पर प्रिंटर फॉल्ट से पैसेंजर्स परेशान

- प्रिंटिंग साफ न होने से पीएनआर नंबर का नहीं चल रहा है पता

- वेटलिस्टेड पैंसेंजर्स को अपना स्टेटस जानने में हो रही है प्रॉब्लम

GORAKHPUR : सर, मेरा पीएनआर नंबर क्या है? काफी मशक्कत के बाद भी यह समझ में नहीं आ रहा है। यह नजारा इन दिनों अक्सर ही रेलवे पीआरएस पर देखने को मिल रहा है। जहां प्रिंटिंग फॉल्ट की वजह से रिजर्वेशन टिकट प्रॉपर वे में प्रिंट नहीं हो पा रहा है, जिसकी वजह से उन्हें काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। इसे रिजर्वेशन सेंटर पर बैठे जिम्मेदार बहाने कर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं। इस कंडीशन में मुश्किलें पैसेंजर्स को ही फेस करनी पड़ती हैं।

कैसे करें क्लीयर, पैसेंजर्स परेशान

रेलवे पीआरएस सेंटर पर रिजर्वेशन कराने गए विवेक ने बताया कि उन्होंने दिल्ली का टिकट लिया है, लेकिन उसपर न तो पीएनआर नंबर ही साफ लिखा है और न ही डेट और बाकी डीटेल। उनका टिकट वेटिंग लिस्ट में है, प्रॉपर प्रिंटिंग न होने से प्रॉब्लम यह हो रही है कि पीएनआर नंबर न मालूम होने की कंडीशन में वह अपना पीएनआर स्टेटस ही जान पा रहे हैं। इससे उनकी टेंशन इसलिए बढ़ जा रही है कि अगर उनका टिकट नहीं भी क्लीयर हो, तो उसका स्टेटस पता कर तत्काल या फिर कोई दूसरा ऑप्शन तलाश कर सकें।

खराब रिबन की दुहाई

पीआरएस पर प्रिंटिंग में फॉल्ट होने का कारण पूछने पर वहां बैठे जिम्मेदार पहले तो कोई भी दिक्कत न होने की बात कहते हैं। लेकिन फोर्सली पता करने पर वह सारा जिम्मा रिबन के ऊपर थोप दे रहे हैं। पैसेंजर्स की मानें तो रिजर्वेशन ऑफिस पर बैठे जिम्मेदार प्रिंटिंग साफ न होने के पीछे उन्हें रिबन खराब होने की दुहाई दे रहे हैं। रिबन में लगे कार्बन की लाइफ कंप्लीट हो जाने की वजह से प्रिंटिंग की प्रॉब्लम आ जा रही है, जिससे प्रिंटिंग साफ नहीं हो पा रही है। इससे टिकट में प्रिंट होने वाली सारी डीटेल प्रॉपर वे में प्रिंट नहीं हो पा रही है।

आउट डेटेड हो चुके हैं प्रिंटर

रेलवे के पीआएस सेंटर्स पर डॉट मैक्ट्रिक्स प्रिंटर यूज किया जाता है। इसमें जरा सा भी इंक की कमी होने से प्रिंटिंग क्वालिटी गिर जाती है। वहीं सोर्सेज की मानें तो रेलवे पीआरएस पर लगे ज्यादातक प्रिंटर आउट डेटेड हो चुके हैं, लेकिन इसका यूज अब भी किया जा रहा है। इन सभी की एवरेज लाइफ कंप्लीट हो चुकी है और जितनी प्रिंट इससे निकलनी चाहिए, उससे कई गुना ज्यादा प्रिंट इससे निकल चुके हैं, जिसकी वजह से अक्सर प्रिंटिंग में प्रॉब्लम आ जा रही है। ऐसा एक दो बार नहीं बल्कि महीने में कई बार हो जाता है।

प्रिंटर के रिबन में प्रॉब्लम थी, जिसकी वजह से टिकट साफ प्रिंट नहीं हो रहा था। रिबन बदले जा चुके हैं, अब कोई प्रॉब्लम नहीं है।

- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे