-तहसील दिवस में आए मामलों में 412 में से 24 का हो सका निस्तारण

-बाकी मामलों को निस्तारित करने के लिए डीएम ने जिम्मेदारों को दी 7 दिन की मोहलत

GORAKHPUR: जनता की फरियाद सुनने के लिए अधिकारियों का कारवां खजनी पहुंचा। डीएम राजीव रौतेला की अध्यक्षता में ऑर्गनाइज तहसील दिवस में अधिकारियों की मौजूदगी के बाद भी महज छह फीसदी शिकायतों का ही निस्तारण हो सका। इसके अलावा सभी शिकायतों को निस्तारित करने के लिए जिम्मेदारों ने एक हफ्ते की मोहलत मांगी है। इस मामले में डीएम ने सभी जिम्मेदारों को निर्देशित किया कि वह किसी भी सूरत में सभी शिकायतों का निस्तारण सात दिनों के अंदर कर दें, किसी भी तरह की लापरवाही मिलने पर जिम्मेदार अधिकारी कि खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

24 मामलों का निस्तारण

डीएम की अध्यक्षता में ऑर्गनाइज इस तहसील दिवस में विभिन्न विभागों से जुड़े 412 मामले आए। इसमें 24 मामलों को मौके पर निस्तारित कर दिया गया। वहीं बाकी मामलों को टाइम लिमिट में पूरा करने के निर्देश दिए गए। मौके पर कुछ मामलों के निस्तारण के लिए डीएम ने वहां मौजूद अधिकारियों की मोबाइल टीम बनाई। इसे बनाकर उन्होंने ग्राम विकास अधिकारी और लेखपालों के साथ मौके पर भेजा, जहां उन्होंने मामलों को निस्तारण कराया।

फरियादी की मनोदशा समझें

तहसील दिवस के दौरान वहां मौजूद अधिकारियों से रूबरू होते हुए डीएम ने कहा कि तहसील दिवस का कोई भी मामला 15 दिन से ज्यादा पेंडिंग नहीं रहे। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि वह खुद को फरियादी की जगह रखकर उसकी मनोदशा को समझे और शिकायत का निस्तारण संवेदनशील होकर करें। कहा कि अगले तहसील दिवसों में फरियादी पहले संबंधित अधिकारी से मिलेगा और अधिकारी मामले को समझ कर पूरी रिपोर्ट के साथ पेश करेंगे।

तहसील दिवस पर किसान मेला

उन्होंने कहा कि तहसील दिवस में किसान मेले का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें कृषि से जुड़े विभागों के जरिए किसान की योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी समय से तहसील दिवसों में आएं और संवेदनशील होकर जनता की शिकायतों का निस्तारण करते हुए कम वक्त में ज्यादा से ज्यादा रिजल्ट दे। मौके पर एसएसपी आरपी पांडेय, डीडीओ/प्रभारी सीडीओ बब्बन उपाध्याय, एसडीएम हर्षदेव पांडेय आदि मौजूद थे।