- पुलिस की लापरवाही से मची फरियादियों में भगदड़

- पब्लिक की सूझबूझ से बड़ा मामला होते-होते बचा

GORAKHPUR: सीएम योगी आदित्यनाथ को फरियाद सुनाने पहुंचे लोगों को अव्यवस्था का खामियाजा भुगतना पड़ा। पुलिस अधिकारियों की लापरवाही और पब्लिक के उतावलेपन की वजह से धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई, जिसमें कई फरियादी घायल हो गए।

अचानक खुला बैरियर, मची अफरा-तफरी

रविवार भोर से ही सीएम को अपनी फरियाद सुनाने के लिए लोग गोरखनाथ मंदिर के बाहर जुटने शुरू हो गए थे। इस बीच पुलिस ने अचानक बैरियर खोल दिया। बैरियर खुलते ही अंदर जाने के लिए अफरा-तफरी मच गई। भीड़ अधिक और जगह कम होने से लोग गिरने लगे। सुरक्षा में मौजूद पुलिस कर्मियों की लापरवाही से बने इस माहौल में तीन से चार फरियादी घायल हो गए। हालांकि उनको कोई गंभीर चोट नहीं आई। अन्य फरियादियों ने ही घायलों को संभाला। इसमें सबसे अधिक चोट महराजगंज की पैसिया बाबू से आई सात माह की गर्भवती कुसुम सिंह को लगी।

फरियादियों के पास खुद पहुंचे सीएम

गोरखपुर में पहली बार सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ की तर्ज पर खुद लोगों की सीट तक जाकर उनसे मिले। मंदिर के हिंदू भवन में 150 फरियादियों के बैठने के लिए व्यवस्था की गई थी। सुबह लगभग 10.30 बजे सीएम यहां पहुंचे। जहां हॉल में बैठे लोगों से उनकी सीट तक जाकर एक-एक फरियादी से मिले और उनकी समस्या जल्द से जल्द निपटाने का आदेश दिया। इसके बाद दो पालियों में लगभग 200 अन्य फरियादियों की समस्या सीएम ने सुनी।

उमड़ा पब्लिक का हुजूम

मंदिर में हर बार की तरह इस बार भी फरियादियों की भीड़ उमड़ी। इस बार लगभग 3000 से अधिक फरियादी अपनी फरियाद लेकर मंदिर आए। इस बीच सके हिंदू भवन गेट पर फरियाद सुनकर अंदर जाने के बाद तीन लड़कियां रोते हुए वहीं पहुंची। वे एक्जाम से बाहर किए जाने की बात कह सीएम से मिलने की गुहार लगाने लगीं। सुरक्षा कर्मियों ने लड़कियों से अप्लीकेशन लिखने की बात कही। वहीं गोला के पांडेयपुर (रानीपुर) से आई पूनम पांडेय पत्नी सुदर्शन पांडेय रोते हुए जमीन पर अवैध कब्जा की बात कहने लगीं। पूनम ने बताया कि थाने में जाने पर केवल आश्वासन मिलता है। वहीं कुशीनगर से मालती देवी भी अपने पति द्वारा मारने पीटने की कंप्लेन ले रोते हुए जनता दरबार में पहुंचीं।

सुनाने आए फरियाद, हो गए घायल

कुसुम सिंह - फरेंदा के पास की रहने वाली कुसुम मुस्लिम समुदाय से है। उसने सौरभ सिंह नामक युवक से प्रेम विवाह किया था। रविवार को अपने पति के साथ सीएम को फरियाद सुनाने पहुंची सात माह की गर्भवती कुसुम भी लाइन में लगी थी। इस बीच अचानक धक्का-मुक्की होने से वह गिर गई, जिसके चलते उसे चोटें आईं। लोगों ने उसे संभाला तो रोते हुए उसने बताया कि उनकी शादी के बाद से ही परिवार वाले स्वीकार नहीं कर रहे हैं। पहले भी परिवारवालों की मारपीट के चलते कुसुम का गर्भपात हो चुका है। अब फिर से परिवार वाले मारपीट की धमकी दे रहे हैं। इससे परेशान होकर वे लोग सीएम से मदद की गुहार लगाने पहुंचे थे।

रामकेशव- सीतापुर से आए रामकेशव भी जनता दरबार की लाइन में मची अफरा-तफरी का शिकार हो घायल हो गए। उन्होंने बताया कि उनका फर्जी राशन कार्ड बना दिया गया है। जिसको लेकर जिला प्रशासन के पास दर्जनों बार कंप्लेन कर चुके हैं, लेकिन अभी तक न तो जांच की गई और न ही राशन कार्ड रद किया गया है। इसी कंप्लेन को लेकर सीएम के पास फरियाद लेकर आए थे।

गीतांजलि - कप्तानगंज से अपनी जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत लेकर आई गीतांजली भी भगदड़ में घायल हो गईं। गीतांजलि ने बताया कि जब अंदर जाने की बात आई तो मैंने वहां पर एक पुलिसवाले से कहा कि साहब लाइन लगा दीजिए, लेकिन उन्होंने डांटकर चुप करा दिया।