गोरखपुर (ब्यूरो) प्रदर्शन की सूचना पर दो सीओ और चार थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर बॉडी का अंतिम संस्कार कराने की गुजारिश करती रही। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद करीब नौ घंटे के बाद बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया जा सका।

बेटे के बाद मां की मौत

गुलरिहा, सरहरी बनकटवां निवासी पड़ोही निषाद और जगरोपन निषाद पट्टीदार हैं। पड़ोही के दरवाजे के सामने नहर है। नहर की पटरी पर पड़ोही ने पुआल रखा था। नौ नवंबर 2021 की रात पुआल रखने को लेकर दोनों पक्ष की महिलाओं के बीच कहासुनी हुई। पड़ोही के छोटे बेटे गोविंद ने सरहरी चौकी की पुलिस को सूचना दी। इस दौरान दूसरा पक्ष दुबारा पड़ोही के घर पहुंचा और जमकर मारपीट की। मारपीट में बबलू (35), उसकी मां जानकी, पिता पड़ोही, मेवाती व गीता घायल हो गए। 10 नवंबर को बबलू की मौत हो गई थी। वहीं मां जानकी का इलाज लखनऊ में चल रहा था। अन्य घायल मेवाती, पड़ोही और गीता मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान ठीक हो गए। सोमवार की रात इलाज के दौरान जानकी की भी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने गैर इरादतन मर्डर का केस दर्ज किया था।

जेल जा चुके हैं नामजद आरोपित

परिजनों ने मर्डर का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। जानकी की बॉडी दरवाजे पर रखकर धरने पर बैठ गए। पोस्टमॉर्टम के लिए बॉडी न देने की सूचना पाकर सीओ चौरीचौरा, सीओ कैंपिंयरगंज और तीन थानों की पुलिस पहुंच गई। इस मामले में पुलिस ने बालकेश, जगरोपन, रामसागर के खिलाफ बलवा, गैर इरादतन मर्डर समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर पहले ही जेल भेज चुकी है।

गैर इरादतन मर्डर का केस दर्ज कर आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। लोगों को समझाबुझाकर शांत कराया गया है। इस मामले में आगे आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

मनोज कुमार अवस्थी, एसपी नार्थ