गोरखपुर (ब्यूरो)।मिली जानकारी के अनुसार शिपिंग के जरिए यह मशीन इंग्लैंड से पहले कोलकाता बंदरगाह पहुंची। वहां से इसे सड़क मार्ग से सोमवार को एम्स गोरखपुर लाया गया है। अभी इस मशीन एक भाग ही एम्स पहुंचा है। इसके चार अन्य भाग अभी आने शेष है। इसे एम्स के ओपीडी में स्थापित किया जाएगा, जहां कैंसर पीडि़त मरीजों के प्रभावित भाग की सिकाई की जाएगी। बताया जाता है कि यह पूर्वांचल के लिए बड़ी उपलब्धि है। अब एम्स में मशीन के आने से कैंसर मरीजों का इलाज आसानी से हो सकेगा। गोरखपुर बस्ती मंडल के अलावा बिहार और नेपाल से आने वाले मरीजों को अब कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस मशीन की कीमत लगभग 5 करोड़ बताई जा रही है।