गोरखपुर (ब्यूरो).ज्योतिर्विद पंडित नरेंद्र उपाध्याय के अनुसार राखी बांधते समय भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। सर्वप्रथम बहन को अपनी अनामिका अंगुली से भाई के मस्तक पर रोली का तिलक लगाकर अक्षत अर्थात साबुत चावल लगाना चाहिए।

ये है पौराणिक कथा

ज्योतिषाचार्य राजेंद्र बहादुर के अनुसार महाभारत में शिशुपाल के वध के समय सुदर्शन चक्र धारण करते समय भगवान कृष्ण की अंगुली कट गई थी। द्रोपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर श्रीकृष्ण की अंगुली में बांध दिया था। माना जाता है कि यह घटना सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को हुई थी। मान्यता है कि इस घटना के बाद से ही राखी का पर्व मनाया जाने लगा।