2007 से कर रही है विजिट
पहले इस ट्रेन को साइंस एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता था। इसे अब साइंस एक्सप्रेस- बायोडाइवर्सिटी स्पेशल के नाम से जाना जाता है। यह अक्टूबर 2007 से पूरे भारत में भ्रमण कर रही है। इसका मेन ऑब्जेक्ट बायोडाइवर्सिटी, क्लाइमेट चेंज और भी इंपार्टटेंट सब्जेक्ट्स पर उन्हें अवेयर करना है।
क्या है खास
इसमें क्लाइमेट एंड वाटर एंड बायोडाइवर्सिटी, ए ग्लोबल चैलेंज्स, एनर्जी कंर्जवेशन, लिगैसी ऑफ साइंस एक्सप्रेस, ज्वॉय ऑफ साइंस लैब एंड ट्रैनिंग, ट्रांस-हिमालय एंड हिमालायज, द जेनेटिक प्लेन, नार्थ इस्ट रीजन, वेर्स्टन घाट्स, द इंडियन डिजर्ट एंड सेमी एरिड जोन, डेक्केन पेनिनसुला फैसिल्टी शामिल हैं।
काफी कुछ सीखने को मिला
इस एग्जीबिशन को देखने से पहले काफी एक्साइटमेंट था। लेकिन यहां आने के बाद काफी कुछ सीखने को मिला। हमें बायोडाइवर्सिटी के इंपार्टेश के बारे में पता चला।
अवनीश, स्टूडेंट

किस तरीके से पानी पूरी तरह से पाल्यूटेड हो चुका है। इसे कैसे प्यूरीफाई करे। इसके अलावा द एज एंड फारमेशन ऑफ द घाट्स के बारे में जाना।
ब्रिजेश, स्टूडेंट

हमारा क्लाइमेट में कितनी तेजी से चीजें बदल रही हैं। अभी तक इन सब चीजों को लेकर काफी कंफ्यूजन बनी हुई थी, लेकिन यहां आने के बाद कांस्पेप्ट क्लीयर हो गया।
संदीप, स्टूडेंट

मैने क्लाइमेंट, वाटर एंड डाइवर्सिटी के बारे में काफी कुछ जाना। इसके अलावा प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में भी जाना और सोलर एनर्जी कैसे वर्क करता है।
निधि श्रीवास्तव, स्टूडेंट

सी ग्रास एंड सी वीड में डिफरेंसेज के बारे में मुझे जानकारी मिली। इसके साथ ही साथ साल्ट टोलेरेंट एग्रीकल्चर, फिशिंग एंड साल्ट फार्मिंग के बारे में जानकारी हासिल की।
रूचि स्टूडेंट

यहां मुझे यह मालूम हुआ कि किस तरह प्रत्येक दिन केमेस्ट्री की मैजिक होती है। वहीं फिजिक्स की रीयल्टी का पता लगा। वहीं मैथ्स फॉर्मुला के बारे जानकारी दी गई।
अंजना, स्टूडेंट