अभी तक यूपी राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी के पास खुद का स्टडी मैटेरियल अवेलबल नहीं था। स्टूडेंट्स की पढ़ाई के लिए वह इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी के स्टडी मैटेरियल का सहारा लेते थे। यही वजह थी कि दोनों ही यूनिवर्सिटीज के स्टडी मैटेरियल सेम थे। इससे स्टूडेंट्स को गाइडेंस तो मिल जाती थी, लेकिन कई ऐसे इश्यूज थे, जिनमें स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम फेस करनी पड़ती थी।
पढ़ाई के लिए भले ही राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी इग्नू के स्टडी मैटेरियल्स का सहारा लेती आई हो, लेकिन कई सब्जेक्ट्स में यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को मात खानी पड़ती थी। इसकी सबसे बड़ी वजह यह थी कि यूनिवर्सिटी अप-टू-डेट नहीं थी और इसका सिलेबस करीब 10 से 15 साल पुराना था। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स को सब्जेक्ट्स से रिलेटेड करंट इंफॉरमेशन नहीं मिल पा रही थी, लेकिन मैटेरियल अपडेट होने के बाद स्टूडेंट्स को इस तरह की कोई प्रॉब्लम नहीं फेस करनी पड़ेगी।
रीजनरल कोऑर्डिनेटर राजीव कुमार ने बताया कि स्टडी मैटेरियल को तैयार करने के लिए डिफरेंट स्ट्रीम से करंट इंफॉर्मेशन जुटाई गई हैं। वहीं स्टडी मैटेरियल को तैयार करने के लिए बनाए गए एक्सपर्ट पैनल के मेंबर्स भी खूब माथापच्ची कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की यही कोशिश है कि जहां तक पॉसिबल हो स्टूडेंट्स को लेटेस्ट और अपडेटेड मैटेरियल अवेलबल कराए जाएं, जिससे कि उन्हें पढ़ाई के दौरान किसी तरह की प्रॉब्लम न फेस करनी पड़े और वह जमाने के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।
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