गोरखपुर (ब्यूरो)। नाला निर्माण की प्रगति धीमी होने पर कमिश्नर रवि कुमार एनजी एवं जीडीए वीसी ने नाराजगी जताई थी। अवर अभियंता यशपाल सिंह को इस परियोजना से हटाकर सचिव कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। जीडीए वीसी ने निर्माण स्थल पर टेंट लगाने का निर्देश दिया था। अधिशासी अभियंता किशन सिंह, सहायक अभियंता जेपी श्रीवास्तव एवं अवर अभियंता आज्ञाराम वर्मा सुबह नौ से रात नौ बजे तक वहां मौजूद रहते हैं। ये अभियंता प्रतिदिन शाम को फोटो सहित अपडेट वीसी को दे रहे हैं। देवरिया बाईपास का निर्माण होने के साथ ही बौद्ध संग्रहालय से शुरू होकर रामगढ़ताल तक बन रहे नाले का निर्माण भी जल्द पूरा करने की तैयारी है। इस नाले में कई जगह मोड़ होने से पानी का बहाव प्रभावित होने की आशंका है।

तारामंडल क्षेत्र को मिलेगी जलभराव से मुक्ति

जीडीए वीसी प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि नाला निर्माण पूरा हो जाने से तारामंडल क्षेत्र के कई मोहल्लों के लोगों को जलभराव से मुक्ति मिल सकेगी। नाले का निर्माण पूरा होने के साथ इसे मोहल्ले की नालियों से जोड़ दिया जाएगा। दूसरे मोहल्लों से आने वाले पानी की मात्रा को देखते हुए ही इसकी गहराई एवं चौड़ाई निर्धारित की गई है। शुरूआत की तुलना में अंतिम बिन्दु पर गहराई करीब एक मीटर अधिक है। नाला का निर्माण 20 जून तक पूरा कर लिया जाएगा।

फरसहिया पोखरे से निकाला जा रहा सिल्ट

बुद्ध विहार पार्ट सी के पास स्थित फरसहिया पोखरा से सिल्ट व जलकुंभी निकालने का काम जीडीए की टीम ने शुरू कर दिया है। देवरिया बाईपास नाला एवं बौद्ध संग्रहालय के पास बन रहा नाला इसी पोखरे में गिरेगा और यहां से पंप के सहारे पानी फरसहिया नाले के जरिए रामगढ़ताल में पानी जाता है। पोखरे की सफाई हो जाने से पानी का बहाव तेज हो सकेगा।