मेरिट में रीतू को यूपी में फस्र्ट पोजीशन

रीतू ने बताया कि बीएनए में सेलेक्शन के लिए ऑडीशन देने पर इसकी उम्मीद नहीं थी कि सेलेक्शन हो जाएगा। लेकिन जब यूपी में फस्र्ट और ऑल इंडिया लेबल पर थर्ड पोजीशन आई तो विश्वास नहीं हुआ। सेंट एंड्रयूज कालेज से बीकाम कर चुकी रीतू को बचपन से एक्टिंग का शौक था। एनुअल फंक्शन में बढ़-चढ़कर भूमिका निभाने वाली रीतू को आकाश यादव ने अभियान से जुडऩे के लिए प्रेरित किया। अभियान के श्री नारायण पांडेय से एक्टिंग के गुर सीखने के दौरान भोजपुरी फिल्म दिलदार सांवरिया में काम मिला। बंगाली नाट्य संस्था से जुड़ी रही इस बाला का स्कॉलरशिप के लिए भी सेलेक्शन हुआ है।

सिनेमा में रौशन हो गोरखपुर का नाम

रीतू ने कहा कि वह माता- पिता देन है कि वह एक्टिंग कर पा रही हैं। यदि वह फिल्मों और नाटकों में अच्छा रोल प्ले करेंगी तो शहर का नाम रोशन होगा। डॉक्टर, इंजीनियर बनने के साथ- साथ लोग अब इस फील्ड में जाना चाह रहे हैं। इसमें फैमिली का सपोर्ट जरूरी है।

बेटी को बचपन से एक्टिंग का शौक था। वह छुप-छुपकर टीवी देखती थी। पढ़ाई में ठीक होने के बाद भी हमने उसको इस फील्ड में भेजा। इससे उसको अपना कैरियर बनाने में मदद मिलेगी।

-विमला सिंह, रीतू की मां