- डिजिटल इंडिया की छठवीं वर्षगांठ पर साइबर दोस्त कर रहा अलर्ट

- साइबर थाना और महिला साइबर सेल की पहल, मिलेगी सबको मदद

GORAKHPUR:

साइबर क्राइम से पब्लिक की नींद उड़ने लगी है। कभी किसी का अकाउंट खाली हो रहा तो कभी कोई हनीट्रैप का शिकार बन रहा। महिलाओं और युवतियों की फोटो को मॉर्फ करके ब्लैकमेल करने के मामले में सामने आ रहे हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए इंडियन गवर्नमेंट के मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के साइबर दोस्त की तरफ से भी अवेयर किया जा रहा है। गुरुवार को डिजिटल इंडिया की छठवीं एनवर्सरी पर डिजिटल डाटा प्राइवेट, सेफ एंड सेक्योर बनाने के लिए सिक्स टिप्स बनाए गए। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा कि इनको फॉलो करके हम साइबर फ्रॉड के मामलों से बच सकते हैं। साइबर थाना की तरफ से भी लोगों को इस संबंध में जानकारी दी जा रही है। महिलाओं के साथ हुई घटनाओं की जांच और रोकथाम के लिए अलग से महिला साइबर सेल अवेयरनेस कैंपेन में जुटी है।

महिलाओं के लिए बनी अलग सेल

साइबर थाना में आए दिन साइबर फ्रॉड के मामले आ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा शिकायतें अकाउंट से रुपए निकलने की है। दूसरी प्रॉब्लम हनीट्रैपिंग से संबंधित और तीसरी आपत्तिजनक फोटो, वीडियो वायरल करने की धमकी देने की आ रही हैं। साइबर थाना के प्रभारी एसआई विनायक सिंह ने बताया कि जो भी मामले आ रहे हैं। उनमें कार्रवाई की जा रही है। महिलाओं के खिलाफ साइबर क्राइम में कार्रवाई के लिए एसआई सुनीता सिंह, खुशबू मौर्या और गरिमा की तैनाती की गई है।

ये सिक्स टिप्स बता रहा साइबर दोस्त

1. अपना पासवर्ड केयरफुली चूज करके सेट करें।

2. सिक्योरिटी के लिए एंथेटिक एंटी वायरस इंस्टॉल करें।

3. सोशल मीडिया का इस्तेमाल विवेकपूर्ण तरीके से करें।

4. अपने सॉफ्टवेयर और डिवाइस को हमेशा अपडेट रखें।

5. पब्लिक ऑनलाइन स्टोरेज पर प्राइवेट इनफॉर्मेशन स्टोर करने को अवाइड करें।

6. बैकिंग ट्रांजेक्शन के लिए पब्लिक वाईफाई को यूज करने से बचें।

पुलिस महकमे को भी लगा रहे लाखों की चपत

साइबर ठगों के निशाने पर पुलिस महकमा भी है। साइबर थाना से जुड़े लोगों का कहना है कि पुलिस महकमा भी साइबर ठगों के निशाने पर हैं। आशंका है कि डाटा लीक होने की वजह से साइबर शातिर पुलिस कर्मचारियों को झांसा देकर उनके अकाउंट से नकदी उड़ा दे रहे हैं। एक इंस्पेक्टर सहित कई पुलिस कर्मचारी इसके शिकार हो चुके हैं।

हाल के दिनों में इनके साथ ठगी

17 जून 2021: पिपराइच एरिया के धर्मेश उपाध्याय अकाउंट से जालसाजों 14 लाख रुपए उड़ा दिए। विदेश में जॉब करने वाले धर्मेश ने एसबीआई के कस्टमर केयर पर कॉल किया। फर्जी टेलीकालर ने जानकारी लेकर ठगी कर ली।

29 अप्रैल 2021: रिटायर इंस्पेक्टर पदमाकर राय के अकाउंट से जालसाजों ने 10 लाख रुपए की ठगी कर ली। ट्रेजरी का कर्मचारी बनकर जालसाज ने उनको कॉल किया। वेरीफिकेशन के नाम पर उसने पूरी डिटेल लेकर नकदी चुरा ली। शिकायत पर साइबर थाना ने साढ़े चार लाख रुपए होल्ड कराए।

फैक्ट फीगर

साइबर थाना में कुल मामले : 22

मामलों का निस्तारण : सात

पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगाई: 2

कोर्ट में चार्जशीट भेजी गई: 05

कुल पेडिंग मामले : 15

महिला साइबर सेल में शिकायत:

कुल शिकायतें- 28

मामलों का निस्तारण - 20

पेडिंग केस की जांच- 08

रोजाना दो से तीन शिकायतें

- जिले में साइबर ठगी के औसतन दो से तीन मामले सामने आते हैं।

- साइबर थाना, एसएसपी, एसपी क्राइम और साइबर सेल के पास ये शिकायतें आती हैं।

- अधिकांश मामलों की जांच के बाद केस दर्ज होता है।

- महिलाओं से जुड़े केसेज में पीडि़त के नजदीकी, परिचित होने पर केस नहीं दर्ज कराती हैं।

- बेटे और परिवार के दूसरे सदस्यों के ठगी करने के आरेापित होने पर लोग पीछे हट जाते हैं।

यहां पर दें सूचना

साइबर थाना हेल्प लाइन नंबर - 7839876674

साइबर दोस्त हेल्प लाइ नंबर- 155260

नजदीकी पुलिस स्टेशन, पुलिस अधिकारी और साइबर थाना

बरतें ये सावधानी

- महिलाएं सेल्फी लगाने में सावधानी बरतें।

- अननोन क्यूआर कोड स्कैन करने से बचें

- कोई डाटा, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक व्हाट्सएप से न भेजें।

- मोबाइल में एनीडेस्क, टीम व्यूवर, क्विक सपोर्ट जैसे एप न रखें।

- ऑक्सीजन सिलिंडर, कंस्ट्रेटर, वेंटिलेटर, बेड के लिए ऑनलाइन पेमेंट न करें।

- नाम और पते के सुधार के लिए किसी को ऑनलाइन कोई जानकारी न दें।

- सेना का अधिकारी बनकर सामान बेचने वालों से सजग रहें।

- सोशल मीडिया पर मित्रता करने से बचें।

- वॉट्सएप नंबर पर अश्लील वीडियो दिखाकर साइबर ठग जालसाजी कर सकते हैं।

साइबर क्राइम के मामलों में शिकायत आने पर कार्रवाई की जाती है। साइबर सेल और साइबर थाना को जांच के निर्देश दिए जाते हैं। सावधानी बरतकर ही इससे बचा जा सकता है। इसलिए सभी लोग अलर्ट रहें। पेडिंग पड़े मामलों की जांच चल रही है। उनका भी निस्तारण जल्द हो जाएगा।

- दिनेश कुमार पी, एसएसपी