गोरखपुर (ब्यूरो)। दरअसल ऊर्जा निगम के चेयरमैन ने पूर्वांचल एमडी को पत्र भेजकर एसटीएफ की रिपोट का हवाला देते हुए कहा कि एसटीएफ ने विभिन्न जोन के वितरण खंडों के कनेक्शन पर इस्तेमाल मीटर शंट लगाने वाले गिरोह से बरामद हुए है। जांच कराकर बताए कि यह मीटर गिरोह के पास कैसे पहुंचे। पूर्वांचल निगम के मुख्य अभियंता वाणिज्य संजय वर्मा ने चेयरमैन के निर्देश का हवाला देते हुए जोन के मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर जोन के 19 कनेक्शनोंं के उपभोक्ताओं के नाम, मीटर नम्बर व पता का उल्लेख करते हुए 14 सवालों की सूची भेजकर सप्ताहभर में रिपोर्ट व जवाब तलब किया है।

स्टोर में नहीं किया जमा

मुख्य अभियंता ने सभी वितरण मंडलों के अधीक्षण अभियंताओं को सूची भेजकर कनेक्शनोंं की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। साथ ही 14 सवालों के जवाब देने में परीक्षण खण्ड के अभियंताओं को पसीना छूट रहा है। विभागीय सूत्र बताते है कि मीटर रीडरों ने मीटर उतारने के बाद उसे स्टोर में जमा नहीं किया। उसे शंट लगाने वाले गिरोह को दे दिया। यही वजह है कि गिरोह के पास ये मीटर बरामद हुए है।

अभियंताओ को इन सवालों के जवाब देने है

-नए मीटर के स्थापना का कार्य किसके प्रार्थना पत्र पर किया गया?

-नए मीटर स्थापना की संस्तुति किसने दी?

-पुराना उ1त मीटर उतारने का क्या कारण था?

-कनेक्शन पर पुराना मीटर उताकर नया मीटर किसने लगाया?

एसटीएफ के हत्थे चढ़े गिरोह के पास से जोन के विभिन्न वितरण खंडों के बरामद मीटर की जांच कराई जा रही है। निर्धारित समय से सभी से रिपोर्ट मांगी गई है। 19 कनेक्शनों में से कुछ की जांच हो चुकी है। जल्द ही सभी की जांच कर रिपोर्ट भेज दी जाएगी।

ई। आशु कालिया, मुख्य अभियंता