गोरखपुर (ब्यूरो)। हालांकि जिला प्रशासन के अधिकारियों का दावा है कि गोरखपुर अगस्त माह की रैैंकिंग में प्रदेशभर में 20वें स्थान पर है। लेकिन इसकी पुष्टि जल्द ही डीएम की ओर से की जाएगी।

नहीं हुई मॉर्र्किंग तो अटक गई रैंकिंग

बता दें, अगस्त के रिपोर्ट कार्ड के अनुसार समस्याओं के निस्तारण के मामले में इस बार सहजनवां तहसील प्रदेश में अव्वल है। जबकि चौरीचौरा तहसील 316वें पायदान पर है। लेकिन जब बात गोरखपुर जिले के रैैंकिंग की आई तो आईजीआरएस रैैंकिंग में गोरखपुर की रैैंकिंग टेक्निकल पेंच में इसलिए फंस गई है क्योंकि 2017 में आए एक संदर्भ की आज भी मार्किंग नहीं किए जाने को लेकर रोक दिया गया है। जबकि इसके पहले महीने भर की सभी रैैंकिंग जारी होती रही हैं। इस टेक्निकल पेंच को लेकर डीएम कृष्णा करुणेश ने लखनऊ के टेक्निकल टीम से वार्ता कर सुधार करने को कहा है। हालांकि, प्रदेशभर में गोरखपुर की 20वीं रैैंकिंग बताई जा रही है।

मॉनिटरिंग से मिली कामयाबी

जानकारी के मुताबिक सहजनवां ने पूर्णांक 90 में 90 अंक हासिल किया है। सदर तहसील की भी स्थिति ठीक नहीं है। सदर तहसील 261वें पायदान पर है। सहजनवां तहसील के तहसीलदार की माने तो लगातार मॉनिटरिंग के चलते यह कामयाबी हासिल हुई है। खजनी तहसील महज एक नंबर कम होने से 39वें पायदान पर आ गया है। खजनी को 90 में 89 नंबर मिले हैैं। कैंपियरगंज तहसील 88 अंकों के साथ 45वें स्थान पर है। बांसगांव 128वें रैैंक पर है। यहां के तहसीलदार की मानें तो आईजीआरएस पर आई सभी शिकायतों का निस्तारण समय-सीमा के भीतर हो जाता है। जिससे हमारे यहां कोई केस लंबित नहीं है। गोला तहसील पूरे प्रदेश में 173वें पायदान पर है। यह तहसील 90 में 83 अंक मिले हैैं।

आईजीआरएस रैैंकिंग में कुछ टेक्निकल गड़बडिय़ां आई हैैं। इसे दुरुस्त कराया जा रहा है। वैसे तो 20वें पायदान पर हैैं। लेकिन टेक्निकल प्राब्लम ठीक कराने के लिए टेक्निकल टीम को कहा गया है।

कृष्णा करुणेश, डीएम गोरखपुर