गोरखपुर (ब्यूरो)। पहले इनसे सूद पर पैसे लिए, फिर आलोक ने ब्याज समेत उसने मूलधन से चार-पांच गुना अधिक पैसा उन्हें लौटा दिया। इसके बाद भी वह सूूदखोरों का कर्ज खत्म नहीं हुआ। और पैसे नहीं दे पाने की वजह से अब उन्हें सूदखोर मारने की धमकी दे रहे हैं। आलोक ने 30 जुलाई को आईजीआरएस पोर्टल पर सूदखारों से बचाने की गुहार लगाई है।

पीडि़त ने दिए 24 सूदखोरों के नाम, नंबर

आलोक ने 24 सूदखोरों का नाम व मोबाइल नंबर देते हुए कहा है कि, इन लोगों से ब्याज पर पैसा लिया था। 25 जुलाई तक इन लोगों को ब्याज समेत पैसा लौटाता रहा हूं। जो मूलधन से भी ज्यादा हो गया है। अब दे पाना संभव नहीं है। इसके बाद भी ये लोग पैसा मांग रहे हैं। मना करने पर ये सभी अलग-अलग मामलों में फंसाने और मारने पीटने की धमकी दे रहे हैं। आलोक ने यह भी लिखा है कि ये सभी पिता से जमीन लिखवाने का भी दबाव बना रहे हैं।

लेते रहे कैश पेमेंट

शिकायत में लिखे गए सूदखोरों का पता सहजनवां, सीहापार, भीटीरावत, पिपरौली, पाली क्षेत्र का है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि सहजनवा तहसील क्षेत्र में सूदखोरों का गढ़ बना हुआ है। आलोक के अनुसार वह बहन की शादी और विभिन्न कार्यो को लेकर सूदखोरों से पैसा लिया था। सभी को ऑनलाइन व नकद के रूप में पैसा देता रहा। पैसा लेते समय कोई लिखा-पढ़ी नहीं हुई थी। कुछ लोगों ने हस्ताक्षर किया हुआ सादा चेक लिया था। थाना प्रभारी सहजनवां महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि अभी तक सूदखोरी का मामला प्रमाणित नहीं हुआ है।

जान बचाकर ससुराल रह रहा युवक

शहर के कोतवाली क्षेत्र का एक युवक तीन महीने से सूदखोरों से बचने के लिए कौड़ीराम क्षेत्र में स्थित अपने ससुराल रह रहा है। कुछ दिन बीत जाने के बाद जब युवक के ससुर ने उससे पूछताछ की तो उसने पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद ससुर कोतवाली पहुंचकर पुलिस से गुहार लगाई है कि उनके दामाद को सूदखोर परेशान कर रहे हैं। वह तीन महीने से ससुराल में रह रहे हैं। पुलिस सूदखोरों को पकड़कर कार्रवाई करें।

सूदखारों के जाल में फंसकर हुए कई सुसाइड

केस-1

फरवरी 2023 में गोला क्षेत्र के देवकली गांव के रहने वाले इंद्रबहादुर मौर्य सूदखोरों से परेशान होकर अपनी पत्नी सुशीला, बेटी चांदनी व पुत्र आर्यन की हत्या कर स्वयं को आग लगाकर खुदकुशी कर लिया था। इसके बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्र में सख्ती बरतने को निर्देश दिया था। बावजूद कोई सुधार नहीं है। इसके पहले इंद्रबहादुर के बड़े भाई जयबहादुर मौर्य भी सूदखोरों से तंग आकर घर छोड़कर चले गये थे। तब से इनके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

केस-2

वर्ष 2019 में राजघाट के लालडिग्गी के पास मिर्जापुर में नमकीन फैक्ट्री के मालिक रमेश गुप्ता ने व्यापार में घाटा होने के बाद सूदखोरों से ब्याज पर पैसा लिया था। पैसा देने के बाद भी सूदखोर पैसा मांग रहे थे। इससे तंग आकर रमेश ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों को जहरीला पदार्थ देकर खुद भी खुदकुशी कर ली थी। इस दौरान भी अधिकारियों ने सूदखोरों पर लगाम लगाने के लिए निर्देश दिया था।

सूदखोरी की शिकायत है तो जांच कराई जाएगी। आरोप सही मिलने पर सभी आरोपितों पर केस दर्ज कर सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी। सहजनवां थानेदार से शिकायत के मामले में पूछताछ कर जांच के लिए निर्देशित किया जाएगा।

- मनोज कुमार अवस्थी, एसपी नॉर्थ