गोरखपुर (ब्यूरो)। मुख्य अभियंता ने जांच के लिए दो अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) की कमेटी बना दी है। कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट देनी है। मामले में अफसरों पर कार्रवाई तय बताई जा रही है।

मीटर का कनेक्शन नंबर दर्ज नहीं

विजिलेंस के प्रभारी नरेंद्र सिंह ने अवधेश सिंह के अवध होटल में छापा मारकर बिजली की चोरी पकड़ी थी। परिसर में जो मीटर लगाया गया था उसका नंबर कनेक्शन पर नहीं दर्ज था। इस मीटर की रीडिंग 56 हजार 123 थी। कनेक्शन पर जो मीटर दर्ज था उस पर भी 54 हजार रुपये से ज्यादा का बकाया था। विजिलेंस ने जांच की तो पता चला कि होटल के नाम पर सिर्फ तीन किलोवाट का कनेक्शन है जबकि परिसर में मांग 15.24 किलोवाट मिली। विजिलेंस प्रभारी ने एंटी थेफ्ट बिजली थाना में एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही मुख्य अभियंता राजेंद्र प्रसाद को पूरे मामले की जानकारी दी।

यह हैं कमेटी में

विद्युत परीक्षण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार श्रीवास्तव

विद्युत वितरण खंड कौड़ीराम के अधिशासी अभियंता सतीश चंद्र

17 महीने में भी नहीं दर्ज किया मीटर नंबर

अवध होटल में 12 अक्टूबर 2020 को मीटर बदला गया था। इसके बाद नए मीटर का नंबर नहीं चढ़ाया गया। निगम के जिम्मेदारों का कहना है कि मीटर में कुछ हजार रीडिंग दर्शाकर इसे बदल दिया जाता है। इससे निगम को राजस्व का काफी क्षति होती। मीटर में दर्ज रीडिंग पर बिल बने तो यह पांच लाख रुपए से ज्यादा होगा।

बढ़ा दी गई क्षमता

गीडा के बिजली निगम के जिम्मेदारों ने बिजली चोरी मिलने के बाद सोमवार को कनेक्शन की क्षमता में इजाफा कर दिया। अफसरों ने क्षमता बढ़ाने पर धनराशि भी नहीं जमा कराई। तीन किलोवाट से सीधे 15 किलोवाट की क्षमता कर दी गई।

लापरवाह अभियंताओं को नोटिस

गोरखपुर जोन में काम में लापरवाही करने वाले कुछ अभियंताओं को नोटिस जारी किया गया है। मुख्य अभियंता ने बताया कि लापरवाह अभियंताओं को नोटिस जारी किया गया है।

गीडा में बिजली चोरी का प्रकरण बेहद गंभीर है। इसकी जांच के लिए दो एक्सईएन की कमेटी गठित की गई है। तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। प्रकरण में जो भी दोषी मिलेगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा। भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

- राजेंद्र प्रसाद, मुख्य अभियंता