गोरखपुर (ब्यूरो).पिछले छह अगस्त को गीडा में दो करोड़ रुपए की कफ सिरप फेंसिडिल पकड़ी गई थी, जो आगरा से ब्लीचिंग पाउडर के बिल पर मंगाई गई थी। इसमें भालोटिया के थोक दवा व्यापारी आशीष गुप्ता व अमित गुप्ता पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। इसके बाद ड्रग विभाग लगातार नारकोटिक्स वाली दवाओं को बेचने वाले दुकानदारों के यहां जांच कर रहा है। उनसे खरीद-बिक्री का रिकार्ड भी मांगा जा रहा है। साथ ही विभाग ने संबंधित कंपनी से भी खरीद-बिक्री का रिकॉर्ड मांगा है। दोनों रिकार्डों का मिलान कराया जाएगा। जिस दुकान पर दवा ज्यादा मंगाई गई और बिक्री कम दिखाई गई है, उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। जांच के डर से व्यापारियों ने दवाएं वापस करनी शुरू कर दी हैं। ड्रगिस्ट एंड केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय उपाध्याय ने बताया कि 80 परसेंट दुकानदारों ने नारकोटिक्स की दवाएं वापस कर दी हैं।

दवा व्यापारियों की गिरफ्तारी पर रोक

उच्च न्यायालय ने दवा व्यापारी आशीष गुप्ता व अमित गुप्ता की गिरफ्तारी पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है। इन दोनों लोगों पर नशीली दवा कफ सिरप फेंगोरखपुर में न लग सके देवरिया जैसा दाग

- बिना फिटनेस दौड़ रहे 558 स्कूली बस होंगे सीज

- वाहनों का फिटनेस कराने के लिए दिया गया था तीन महीनें का समय

- तय समय में फिटनेस नहीं कराने वाले वाहनों का पंजीयन अब निरस्त कर होगी सील की कार्रवाई

देवरिया जिले के खुखुंदू में सोमवार की सुबह स्कूली बस की टक्कर में आधा दर्जन बच्चे घायल हो गए। वहीं, दूसरी तरह गोरखपुर आरटीओ डिपार्टमेंट इस एक्सीडेंट से सबक नहीं ले रही है। आरटीओ के रिकार्ड में अभी 482 स्कूली वाहन बिना फिटनेस के सड़कों पर फर्राटा भर बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। अब आरटीओ प्रशासन सख्त हो गया है। बिना फिटनेस के संचालित हो रहे 558 स्कूली बसों का पहले ही रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया है। अब उनके खिलाफ अभियान चलाकर सीज की कार्रवाई की जाएगी।

विशेष अभियान में हुई कार्रवाई

गाजियाबाद में हुए स्कूल बस हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर अनफिट स्कूल वाहनों के खिलाफ आरटीओ ने विशेष अभियान चलाया था। 23 अप्रैल से 12 मई तक चलाए गए इस विशेष अभियान में सड़कों पर अनफिट स्कूली वाहनों पर कार्रवाई की गई। साथ ही ऐसे अनफिट स्कूली वाहन जिन्हें दो बार विभाग की तरफ से नोटिस भेजा गया, बावजूद इसके उन्होंने वाहनों का फिटनेस नहीं कराया।

कई बसों का रजिस्ट्रेशन निलंबित

उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए विभाग ने 799 अनफिट स्कूली वाहनों का रजिस्ट्रेशन विभाग ने तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया था और चेतावनी दी थी कि अगर तीन महीनें में वाहनों के फिटनेस नहीं हुए तो उनके रजिस्ट्रेशन को निरस्त कर दिया जाएगा। कई स्कूली प्रबंधनाकों वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवा लिया है लेकिन अभी भी 558 ऐसे वाहन है, जिन्होंने तीन महीने के अंदर अपने स्कूली वाहनों का फिटनेस नहीं कराया। इसके बाद उनके वाहनों के रजिस्ट्रेशन को निरस्त कर दिया गया है।

2047 वाहनों में से 558 का फिटनेस नहीं

स्कूलों की ओर से बच्चों क परिजनों से ट्रांसपोर्टेशन के नाम पर फीस तो पूरी वसूल की जाती, बावजूद इसके मासूमों की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। हैरानी तो यह है कि आरटीओ में स्कूली वाहनों के रूप में रजिस्टर्ड 2047 वाहनों में से 558 का फिटनेस ही नहीं हुआ है। इसे लेकर आरटीओ की तरफ से स्कूल प्रबंधकों को नोटिस भी भेज चुका है। साथ ही बसों का निरस्त भी किया है।

अभियान चालक स्कूली बसों की किया जाएगा सीज

जिले के आरटीओ दफ्तर में कुल 2047 वाहनों का रजिस्ट्रेशन स्कूल प्रबंधक के नाम से है, लेकिन हैरानी यह है कि इनमें से बड़ी संख्या में गाडिय़ां बिना फिटनेस के ही सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं। हालांकि आरटीओ की ओर से बिना फिटनेस सड़कों पर दौड़ रहे 558 वाहनों को लेकर सख्ती की गई है। पहले ही इन बसों का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया है। बावजूद स्कूल प्रबंधक ने रूचि नहीं दिखाई। इन गाडिय़ों में स्कूली बस और मैजिक गाडिय़ां भी शामिल है। आरटीओ प्रशासन का कहना है कि रजिस्ट्रेशन कैंसिल स्कूली बसों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें सीज करने की कार्रवाई की जाएगी।

बिना फिटनेस वाली स्कूली बसों के खिलाफ इसी हफ्ते से अभियान चलाया जाएगा। अभी फिलहाल 28 परसेंट ऐसे स्कूली वाहन हैं जिन्होंने अपने वाहनों को फिटनेस नहीं कराया है। जल्द ही बसों की जांच करावाकर कार्रवाई की जाएगी।

- संजय कुमार झा, एआरटीओ प्रशासन सीडिल पकड़े जाने पर ड्रग विभाग ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।