गोरखपुर (ब्यूरो).दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने गुरुवार को राप्तीनगर कचहरी बस स्टेशन पहुंची। यहां पर बसों की कतार थी, जिनमें कई बसों की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए थे। मूसलाधार बारिश के दौरान बस की छत से पानी टपक रहा था। ड्राइवर्स से जब इसके बारे में बातचीत की गई तो उसने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राप्तीनगर क्षेत्रीय वर्कशॉप से बसों को दुरुस्त करके भेजा जाता है। इसके बावजूद बसों में खामियां मिलती है। शिकायत करने पर उन्हें भी दोषी ठहराया जाता है।

उम्र पूरी कर चुकी बसें भी लगा रही दौड़

गोरखपुर डिपो में बसों की हालत खस्ता है। ऐसी बसें भी अब तक बेड़े में शामिल हैं, जिनकी उम्र पूरी हो चुकी है। बिना फिटनेस और बिना सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स के यह भी सड़कों पर दौड़ लगा रही हैं। दूर जाकर यह धोखा न दे जाएं, इसलिए जिम्मेदारों उन्हें लोकल रूटों पर ही चला रहे हैं। इसमें ऐसी भी बसें हैं, जिसकी उम्र पूरी हो चुकी है, मगर यह भी दौड़ लगा रही हैं।

महिलाओं ने किया हंगामा

गुरुवार को गोरखपुर में छत से पानी टपकने से नाराज महिलाओं ने हंगामा किया। राप्तीनगर डिपो की बड़हलगंज से गोरखपुर आ रही बस (यूपी 53 एटी 4101) में यात्री छाता लगाकर यात्रा कर रह रहे हैं। इसका वीडिया भी सामने आया है। वीडियो में यात्री बस में महिलाएं छाता खोलकर बैठी हुई हैं।

बड़हलगंज से गोरखपुर आती है बस

यह बस गोरखपुर के बड़हलगंज गोपालपुर से रोजाना सुबह 7 बजे, हरपुर चीनी मील रोड, गौरखास, मालहनपार, खजनी होते हुए गोरखपुर आती है। इस बस में सुबह बड़ी संख्या में सरकारी दफ्तरों और स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिकाएं सफर करती हैं। बारिश के दिनों में उनका सफर करना मुश्किलों से भरा हुआ है। गुरुवार को बड़हलगंज से गोरखपुर तक की यात्रा करने वाले मुसाफिरों का सफर मुश्किलों से भरा रहा।

टूटी खिड़कियों से बौछार, छत से टपक रहा पानी

बस में यात्रा करने वाली शिक्षिका सुषमा ने बताया कि गोरखपुर डिपो की बस से गोरखपुर के लिए रवाना हुई। रास्ते में तेज बारिश होने लगी। पहले टूटी खिड़कियों से पानी की बौछार बस के अंदर आने लगी। इसके बाद छत से पानी गिरने लगा। लग ही नहीं रहा था कि बस में बैठे हैं या फिर खुले आसमान के नीचे। कुछ महिलाओं ने छाता लगाकर यात्रा करने का वीडियो बनाया और परिवहन निगम के अधिकारियों को भी भेजा।

कंडक्टर ने खड़े किए हाथ

यात्रियों ने हंगामा मचाते हुए बस के ड्राइवर और कंडक्टर से शिकायत की तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। कंडक्टर का कहना था कि बस के जर्जर होने की शिकायत कई बार एआरएम से करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन गोरखपुर क्षेत्र के दिनेश मणि मिश्र का कहना है कि बसें जर्जर स्थिति में हैं। इनकी मरम्मत नहीं हो रही हैं। कई बसें तो टायर-ट्यूब के अभाव में खड़ी हैं। लोकल रूट पर चलने वाली बसों की खिड़कियों के साथ ही छतों से भी बारिश का पानी पैसेंजर्स को भिगो रहा है।

बस की छत से बारिश का पानी टपकने का वीडियो संज्ञान में है। ऐसी बसों का संचालन करने पर रोक है। इसे तत्काल बंद कराई जाएगी। अगर बस में दिक्कत है तो उसे तत्काल वर्कशॉप भेजकर मरम्मत कराई जाएगी। बस पूरी तरह ठीक होने के बाद ही इसका संचालन किया जाएगा। बरसात से पहले अधिकांश बसों की मरम्मत कराई गई थी।

- पीके तिवारी, आरएम गोरखपुर रीजन