कानपुर (ब्यूरो) परिजनों ने बताया संडे सुबह नवनीत दुबे, अर्षित, हरिओम, शिवांकर, रमन, गोपाल और एक अन्य दोस्त सभी इंटर के छात्र हैं और अर्मापुर में पढ़ते हैं। क्रिकेट खेलने अर्मापुर जाने की बात कहकर सभी घर से निकले थे। परमट कैसे पहुंचे उन्हें जानकारी नहीं है। वहीं डूबने से बच गए रमन ने बताया वह चार लोग नहा रहे थे। वह भी डूबने लगा जिसे एक तैराक ने बचा लिया, लेकिन नवनीत दुबे और अर्षित गहरे पानी में समा गए।

दोनों इंटरमीडिएट के छात्र थे
परिजनों ने बताया कि मृतक नवनीत दुबे(18) और अर्षित कुशवाहा(18) दोनों अर्मापुर केंद्रीय विद्यालय के इंटरमीडिएट में थे। केशव नगर निवासी मृतक नवनीत के परिवार में पिता मुकेश,मां बबिता,छोटा भाई हरिओम, बहन पूजा है। वहीं मसवानपुर निवासी मृतक अर्षित घर का इकलौता बेटा था। अर्षित की मौत से पिता आनंद कुशवाहा, मां बिंदु कुशवाहा और बहन आशी का रो रो कर बेहाल है। घटना की सूचना पर गोविंद नगर भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी मौके पर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी।

पानी कम समझ उतरे थे
रोक के बावजूद लोग बीच गंगा में रेती का टीला बन जाने से वहां अक्सर लोग नहाने पहुंच जाते हैं। घाट पर मौजूद नाव वालों को पता होता है कि खतरा कहां है इसके बाद भी अपनी कमाई के लिए वह लोगों को खतरे वाली जगह तक लेकर चले जाते हैं। दुर्घटना की संभावना के बावजूद जिम्मेदार अपनी आखें मूंद कर घटना होने का इंतजार करते रहते हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि नहाने वालों पर सख्ती की जाती है,लेकिन लोग पुलिस से ही भिड़ जाते हैं। सख्ती के बावजूद भी लोग जान जोखिम में डाल कर चोरी छिपे नहाने पहुंच जाते हैं। दोनों छात्रों के शवों का पंचायत नामा करवा कर बिना पोस्टमार्ट कराए परिजनों को सौंप दिया गया।