कानपुर(ब्यूरो)। &भइया, सास के समय के पुश्तैनी जेवर थे, काफी भारी भारी थे। अखबार में लॉकर से चोरी की खबरें पढऩे के बाद सभी ने लॉकर चेक करने को कहा तो बेटे के साथ बैंक आई थी। जैसे ही लॉकर खोला तो नट बोल्ट अपने आप गिर पड़े, जिससे धडक़नें बढ़ गईं। लॉकर खोला तो पैरों तले जमीन खिसक गई। अंदर रखे सोने के जेवर गायब थे, लॉकर खाली पड़ा था.&य जनरल गंज निवासी रमेश चंदर गुप्ता की पत्नी राजा बेटी मंडे को सेंट्रल बैंक कराचीखाना में अपना लॉकर चेक करने पहुंचीं थीं, लॉकर का हाल देखकर उन्होंने इन्हीं शब्दों में अपनी पीड़ा बयां की। उन्होंने कहा कि 35 लाख से ज्यादा के जेवर थे।

1975 में लिया था लॉकर
सेंट्रल बैैंक ऑफ इंडिया के लॉकर्स से जेवर गुम होने का मामला थम नहीं रहा है। सोमवार को कराचाीखाना ब्रांच के साथ साकेत नगर ब्रांच में एक मामला सामने आया। यहां से कारोबारी के लॉकर से 11 लाख के जेवर गुम हो गए। दोनों ही मामलों में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जनरलगंज निवासी राजा बेटी गुप्ता ने बताया कि उनके पति लक्स इंटरनेशनल में सर्विस करते हैैं। 1975 में उन्होंने लॉकर संख्या 737 लिया था। लॉकर पति और उनके नाम था लेकिन ऑपरेट राजा बेटी ही करती थीं। राजा बेटी के मुताबिक लॉकर में सास के दिए आधा किलो वजन के जेवर रखे थे। अक्टूबर में लॉकर चेक किया तो सब ठीक था।

लॉकर देखते ही उड़े होश
राजाबेटी ने बताया कि बेटे सौरभ के दोपहर दो बजे बैंक पहुंची। लॉकर रूम में पहुंचकर अपने लॉकर में चाभी लगाई तो नट बोल्ट नीचे गिर गए और लॉकर के अंदर सोने के जेवरों की जगह लोहे का बुरादा दिखाई दिया। जिसे देखते ही उनके हाथ पांव फूल गए। उन्होंने मामले की जानकारी बेटे को दी। उसके बाद तो बैैंक में एक बार फिर हडक़ंप मच गया। बीजेपी नेता विनोद गुप्ता भी मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। फीलखाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने शुरू की जांच
रतनलाल नगर निवासी एलके सचान का साकेत नगर में कार बाजार शोरूम है। उनका सेंट्रल बैैंक ऑफ इंडिया साकेत नगर में लॉकर संख्या 61 है। सोमवार को वह लॉकर चेक करने पहुंचे। लॉकर खोलते ही उनकी ऊपर की सांस ऊपर और नीचे की सांस नीचे रह गई। लॉकर में रखे 11 लाख रुपये के जेवर गायब थे। जेवर निकालने के बाद लॉकर को पहले की तरह बंद कर दिया गया था। जिससे शक न हो। जेवर गुम होने की जानकारी एल के सचान ने पुलिस को दी जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई।