-वन विभाग और डब्ल्यूटीआई टीम का बाघिन से हुआ सामना

-टीम को बीच में बन्द करनी पड़ी कॉम्बिंग, खूंखार हुई बाघिन

KANPUR :

गंगा कटरी के जंगल में आवारा बाघिन अब खूंखार हो गई। बाघिन अभी तक इंसान से डरकर झाडि़यों में छुप जाती थी, लेकिन उसका ये डर शुक्रवार को खत्म हो गया। बाघिन ने कॉम्बिंग टीम के सामने आते दहाड़ लगाते हुए हमला करने की कोशिश की। हालांकि टीम बाल-बाल बच गई। उनको आनन फानन में कॉम्बिंग को बन्द करना पड़ा। जिसका फायदा उठाते हुए बाघिन शुक्लागंज की ओर चली गई।

वन विभाग और डब्ल्यूटीआई की तीन टीमों ने शुक्रवार को कॉम्बिंग शुरू की। दो टीम पैदल जंगल में घुसी, जबकि एक टीम हाथी से कॉम्बिंग कर रही थी। तभी अचानक पैदल कॉम्बिंग कर रही टीम के सामने बाघिन आ गई। जिसे देख उनके होश उड़ गए। बाघिन भी डर से झाड़ी छुप गई। रेंजर की सूचना पर दूसरी टीम भी वहां पहुंच गई। वे गाड़ी में बैठकर बाघिन की घेराबन्दी करने लगे। जिसका बाघिन को आभास हो गया। उसने दहाड़ लगाते हुए टीम पर हमला करने की कोशिश की तो टीम के होश उड़ गए। वे गाडि़यों में दुबक गए। उसकी दहाड़ सुनते ही हाथी से कॉम्बिंग कर रही टीम भी वहां पहुंच गई। जिसे देख बाघिन ने हाथी पर हमला कर दिया। हालांकि वे बाल-बाल बच गए। आनन फानन में टीम को कॉम्बिंग बन्द करनी पड़ी। जिसका फायदा उठाकर बाघिन एक बार फिर उनके हाथ से फिसल गई। वो शुक्लागंज की ओर बढ़ गई।

आपरेशन टाइगर और टफ हो गया

डब्ल्यूटीआई के अधिकारियों के मुताबिक बाघिन को डर खत्म हो गया। जिससे उसको पकड़ना और भी मुश्किल हो गया। एहतियात के तौर पर टीम पैदल कॉम्बिंग नहीं करेगी। अधिकारियों ने गांव वालों को भी अब जंगल में न जाने की हिदायत दी है।