कानपुर(ब्यूरो)। ठंड बढऩे के साथ ही ब्रेन स्ट्रोक के पेशेंट भी बढऩे लगे हैं। ओपीडी में इससे संबंधित मामले लगातार आ रहे हैं। एलएलआर हॉस्पिटल में सात नये पेशेंट ब्रेन स्ट्रोक के तो सिर्फ एक दिन में आये हैं। सभी को तत्काल डॉक्टर्स ने टिश्यू प्लाज्मिनोजन एक्टिवेटर इंजेक्शन दिया। वहीं डॉक्टर्स ने ठंड के चलते लागों को अहतियात बरतने की सलाह दी है। खास कर बुजुर्गों को ठंड से बचाने की जरूरत है।

स्ट्रोक यूनिट में 19 मरीज
ठंड का सीजन शुरू होने के साथ ही ब्रेन स्ट्रोक के पेशेंट बढ़ रहे हैं। अभी तक स्ट्रोक यूनिट में 19 मरीज आ चुके हैं। मरीजों को यहां पर कम कीमत में इंजेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है। हैलट एडमिनिस्ट्रेशन ने कुछ इंजेक्शन कॉर्डियोलाजी से मंगाए हैं। साथ में कारपोरेशन और आयुष्मान मरीजों को सप्लाई कर रही दवा की फार्मेसी एंजेंसी से भी इंजेक्शन की खेप मंगाई गई है।

लाइफ सेविंग मेडिसिन जरूरी
न्यूरोलाजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ.आलोक वर्मा का कहना है कि स्ट्रोक यूनिट का फायदा मरीजों को मिल रहा है। स्ट्रोक के बाद मरीज को डॉक्टर के पास ले जाने में देर नहीं करनी चाहिए। अगर समय से मरीज को ट्रीटमेंट मिल जाए तो उन्हें बचाना आसान होता है। इसलिए लाइफ सेविंग मेडिसिन को भी मंगाया जा रहा है, ताकि मरीजों को दवा के लिए भाग-दौड़ न करनी पड़े।
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ठंड का असर तेज होने के साथ ब्रेन स्ट्रोक मामले बढ़े हैं। न्यूरोलाजी विभाग से दवा की सूची मांगी गई है। अगले हफ्ते स्ट्रोक यूनिट के लिए सभी तरह की जरूरी दवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी।
प्रो.आरके मौर्या, एसआईसी

ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के तरीके
-हाई बीपी के रोगी हैं तो दवा जरूर खाएं और समय पर खाएं।
- कोलेस्ट्राल चेक कराने के साथ लो कोलेस्ट्रॉल का ध्यान रखें।
-डायबिटिक हंै तो शुगर को कंट्रोल में रखें। दवा जरूर लें।
-धूम्रपान करने से बचें, हेल्थी लाइफ के लिए एग्सरसाइज करें
-बुजुर्ग लोग बहुत सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए न निकलें
- गर्म कपड़े पहनकर रखें, गर्म पानी नहाने के लिए यूज करें
- किसी प्रकार की समस्या पर तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें