कानपुर (ब्यूरो)। पनकी में अवैध संबंध के विरोध में पत्नी के टीचर पति की हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि पत्नी ने टीचर पति को मिलने के बहाने बुलाया फिर प्राइवेट स्कूल में प्रेमी और उसके दोस्तों के साथ मिलकर उसे केरोसिन डालकर आग लगा दिया। लेकिन मरने से पहले उसने इसकी जानकारी फोन कर अपने छोटे भाई को दी। छोटा भाई जब मौके पर पहुंचा तो पूरे कमरे में आग लगी हुई थी। उसने पानी और मौरंग डालकर आग बुझाई। फिर मामले की सूचना पुलिस को दी। डीसीपी वेस्ट विजय ढुल, एडीसीपी वेस्ट आकाश पटेल, एसीपी पनकी टीबी सिंह, पनकी थाने की पुलिस और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शïव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं, भाई की तहरीर पर पत्नी, प्रेमी समेत तीन पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। एक आरोपी को हिरासत में भी लिया है।

2009 में हुई थी शादी
मूल रूप से फतेहपुर देवरी निवासी 45 साल के दयाराम बुधौली ग्राम्य विकास इंटर कॉलेज में समाज शास्त्र के टीचर थे। उनकी शादी 2009 में जहानाबाद बकेवर भैैंसोली में रहने वाली संगीता देवी से हुई थी। उनके एक बेटा आदविक है। दयाराम बर्रा-8 में मकान बनाकर रहते थे। छोटे भाई अनुज ने बताया कि उनकी भाभी संगीता के हरबशपुर बिधनू निवासी पवन से प्रेम संबंध थे। सितंबर में भाई दयाराम ने भाभी को रंगे हाथ पवन के साथ पकड़ा था। 24 सितंबर को संगीता ने भाई को छोड़ दिया था। इसके बाद भाई जग्गूपुरवा में रहने लगे थे। यहीं से वह अपने कॉलेज पढ़ाने जाते थे।

जान से मारने की धमकी
अनुज के मुताबिक, कुछ दिन पहले संगीता ने उनके भाई को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद लगातार फोन पर विवाद हुआ। 25 जनवरी से संगीता उनके भाई को मिलने के लिए पनकी के पतरसा गांव निवासी संजीव कुमार एडवोकेट के घर बुलवा रही थी। 28 जनवरी की सुबह संगीता की फिर से कॉल आई। उसने दयाराम को मिलने के लिए बुलाया। दयाराम ने अनुज और उसके ससुर राजेंद्र को फोन पर जानकारी दी और मिलने के लिए पतरसा चले गए।


बउआ बचा लेओ
अनुज ने बताया कि इसके बाद दोबारा दयाराम का फोन आया। उन्होंने कहा कि &बउआ बचा लेओ, ई लोग आगी लगा दीन हैैं.&य फिर संजीव, पवन और संगीता का नाम बताया। इसके बाद जब तक वो लोग मौके पर पहुंचे तो कमरे से लेकर बाहर तक धुआं भरा था। खिडक़ी को बोरे से ढका गया था, बोरे सुलग रहे थे। वहीं, दयाराम दम तोड़ चुके थे। अनुज ने आरोप लगाया कि उसके भाई ने बताया कि तीन लोग उसकी पिटाई करने के बाद आग लगाकर भाग गए थे।

केरोसिन की गंध मिली
अनुज ने बताया कि एडवोकेट संजीव इसी बिल्डिंग में निजी स्कूल चलाता है। वह कई बार दयाराम को फोन कर समझौता कराने की बात कहकर बुला चुका था। परिवार वालों की राय के बाद वे समझौते के लिए गए थे, जहां सभी ने मिलकर उनके भाई की हत्या कर दी। वहीं, घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम को केरोसिन की गंध मिली है।