कानपुर (ब्यूरो) चीनी नागरिक बी बोज उर्फ वीबी के गिरोह ने पूरे देश में ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया है। इस गिरोह के अब तक सात लोगों को क्राइम ब्रांच गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जिसमें से चार आरोपी आगरा के रहने वाले हैं। आरोपियों को जेल भेजने के बाद क्राइम ब्रांच किसी तरह से चीनी नागरिक तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। जो कि चीन में मौजूद हैं। हालांकि जो बैंक खाते और मोबाइल नम्बर क्राइम ब्रांच को मिले हैं उसपर जांच लगातार जारी है।


45 खातों की जानकारी
क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में 45 खातों के बारे में जानकारी मिली है। ये वे खाते हैं जो कि दिल्ली, बंगलुरू, कर्नाटक, हैदराबाद और आगरा से संचालित किए जा रहे थे। सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तार कर जेल भेजे गए। आरोपियों में कुछ ऐसे भी थे जो पैसे को क्रिप्टोकरंसी में बदलकर उसे विदेश में भेजते थे। एक विशेष तरह के मोबाइल एप पर क्रिप्टो करंसी को मंगाकर उसी एप से करंसी को रुपयों में कनवर्ट किया जाता था। इन रुपयों को अलग अलग 45 खातों में भेजा जाता था। इन्हीं खातों के बारे में क्राइम ब्रांच को जानकारी मिल गई है। सूत्रों के मुताबिक दो सालों में सभी खातों को मिलाकर 98 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया जा चुका है।


एटीएस, क्राइम ब्रांच मिलकर
इस गिरोह के सदस्यों को पकड़े जाने के बाद एक केस में एटीएस को भी काफी मदद मिली है। अब इस मामले में एटीएस और क्राइम ब्रांच मिलकर जांच शुरू की है। क्राइम ब्रांच को भी एजेंसी से सक्रिय होने के बाद पूरे देश में कई जगहों से जानकारी इक_ा करने में मदद मिलेगी।