- झांसी-कानपुर रूट के 200 किमी के रेलवे ट्रैक में 80 किमी का ट्रैक डी मार्का में

- डी मार्का की जद में आने वाले ट्रैक को तत्काल बदलने की होती है जरूरत

- ऐसे ट्रैक से 10-30 किमी प्रति घंटे की स्पीड से गुजारी जाती है ट्रेन, वरना हादसा तय

KANPUR। पुखरायां में रेल हादसे के बाद हो रही जांच में रेलवे की लापरवाही की परतें एक-एक खुलने लगी हैं। सबसे बड़ा सच यह है कि 200 किमी के झांसी-कानपुर रूट में 80 किमी का ट्रैक डी मार्का में आता है। बता दें कि जो ट्रैक इमरजेंसी रिप्लेसमेंट की श्रेणी में आते हैं उन्हें डी मार्का चिन्हित कर दिया जाता है। डी मार्का ट्रैक पर ट्रेन को बेहद सावधानी और धीमी गति के गुजारा जाता है। इस बात का खुलासा फ्राइडे को झांसी मंडल के वरिष्ठ अधिकारी ने किया।

लगा रखा है कॉशन

नाम न छापने की शर्त पर अधिकारी ने बताया कि कानपुर-झांसी रेलवे ट्रैक जर्जर स्थिति में है। 200 किमी के रेलवे ट्रैक में विभिन्न स्थानों में 80 किमी तक रेलवे ट्रैक तत्काल रिप्लेसमेंट की स्थिति में है। वर्तमान में इन्ही स्थानों पर रेलवे ट्रैक मेंटिनेंस इंजीनियरों ने कॉशन लगा रखा है।

ये हैं रूट के डेथ प्वाइंटस

इंदौर-पटना एक्सपे्रस दुर्घटना के बाद रेलवे ट्रैक इंजीनियरों द्वारा गहन जांच के बाद तैयार की गई रेलवे ट्रैक की गुणवत्ता की रिपोर्ट आई नेक्स्ट के हाथ लग गई। रिपोर्ट के मुताबिक झांसी रूट में भुआ-उरई यार्ड, गढ़मउ-पारीछा, उरई-आटा, आटा-कालपी, कालपी यार्ड, पुखरायां-मलासा, मलासा-लालपुर, लालपुर-पामा व रसूलपुर-गोगामऊ के बीच में कई स्थानों में रेलवे ट्रैक डी मार्का यानि 'इमरजेंसी रिप्लेसमेंट' की श्रेणी में हैं।

पेड्रॉल क्लिप तोड़ चुकी दम

झांसी मंडल के वरिष्ठ अधिकारी ने बातचीत के दौरान बताया कि दुर्घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने रेलवे ट्रैक का कुछ मीटर तक ट्रैक का निरीक्षण किया। इस दौरान कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक को स्लीपर से जकड़े रखने वाली पेड्रॉल क्लिप अपने स्थान से हटी हुई व जंग खाई हुई मिली। इस कंडीशन में अगर ट्रेन 80 किमी प्रति घंटे के ऊपर से चलती है तो ट्रेन दुर्घटना होना तय हैं।

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रोज देनी होगी ट्रैक रिपोर्ट

द्मड्डठ्ठश्चह्वह्म। रेलवे सोर्सेज के मुताबिक, इंदौर-पटना एक्सपे्रस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद प्रथम दृष्टता रेलवे ट्रैक में खामी होने की बात सामने आ रही है। इसको देखते हुए रेलवे बोर्ड ने झांसी मंडल के अधिकारियों से झांसी ट्रैक के गुणवत्ता की रिपोर्ट प्रतिदिन देने का आदेश दिया है। झांसी मंडल के ट्रैक मेंटीनेंस इंजीनियर्स प्रतिदिन रेलवे ट्रैक की रिपोर्ट जोन कार्यालय इलाहाबाद भेज रहे हैं। जहां से रिपोर्ट दिल्ली रेलवे बोर्ड के अधिकारियों को भेजी जा रही है।