कानपुर(ब्यूरो)। फर्रुखाबाद जनपद के मेरापुर गुरुउशादीनगर पखना निवासी पूर्व ग्राम प्रधान का शव गुरुवार सुबह अनवरगंज रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक किनारे दो टुकड़ों में पड़ा मिला। जीआरपी की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने उनकी शिनाख्त की। पूर्व ग्राम प्रधान बुधवार शाम घर से निकले थे। काफी खोजबीन के बाद भी पता न चलने पर परिजनों ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने हत्या का आरोप लगाया है।

मेरापुर में दर्ज थी गुमशुदगी

फर्रुखाबाद जनपद के मेरापुर गुरुउशादी नगर गांव के 74 साल के गिरीश चन्द्र दुबे नौ बार ग्राम प्रधान रहे। परिवार में पत्नी ज्ञानलता और इकलौता बेटा हिमांशु है। बेटे ने बताया कि बुधवार शाम अचानक पिता लापता हो गए काफी खोजबीन के बाद भी पता ना चलने पर उन्होंने मेरापुर थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई। गुरुवार सुबह ग्राम प्रधान मानङ्क्षसह राजपूत के बेटे आलोक को अनवरगंज जीआरपी ने उनके गांव के गिरीश चन्द्र दुबे का शव ट्रैक पर मिलने की जानकारी दी। जिसके बाद आलोक ने उनके बेटे को घटना की सूचना दी तो वह परिजनों के साथ अनवरगंज रेलवे स्टेशन पहुंचा और मृतक की पहचान अपने पिता के रूप में की।

बेटे ने लगाया आरोप

गिरीश चंद दुबे का शव सीने के नीचे से दो टुकड़ों में कटा हुआ मिला इसके साथ ही उनका दाहिना हाथ भी कटा हुआ था। बेटे हिमांशु ने घटना को साजिश बताते हुए हत्या का आरोप लगाया उसका कहना था कि अगर पिता को आत्महत्या ही करनी होती तो वह घर से करीब 150 किलोमीटर दूर क्यों आते। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से आत्महत्या की पुष्टि हुई है अगर वह ट्रेन की चपेट में आते तो शव क्षत विक्षत हो जाता जबकि कमर के नीचे और सीने के ऊपर के अंगों में चोटों के निशान नहीं मिले हैं। अनवरगंज जीआरपी चौकी के कार्यवाहक प्रभारी प्रेमपाल ने बताया कि घटना में आत्महत्या की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम कराकर गृह जनपद के लिये शव लेकर रवाना हो गये।

ग्राम प्रधान के खिलाफ की थी शिकायत

बेटे हिमांशु ने बताया कि उसके पिता नौ पंचवर्षीय तक ग्राम प्रधान रहे थे। वर्तमान ग्राम प्रधान मानङ्क्षसह राजपूत द्वारा गांव में विकास कार्य कराए जाने को लेकर काफी लापरवाही बरती जा रही थी। जिसके खिलाफ पिता गिरीश चन्द्र दुबे ने मनरेगा सहित अन्य वित्तीय अनियमितताओं को लेकर मुख्य विकास अधिकारी से लेकर जिला पंचायतराज अधिकारी तक से शिकायत की थी। इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी इसे लेकर वह काफी परेशान चल रहे थे।