कानपुर (ब्यूरो)। अगर आपकी आंखों के पास कोई गांठ है तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए। क्योंकि आगे चलकर यह ट्यूमर बन सकता है। जिससे आंखों की रोशनी भी जा सकती है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के आई डिपार्टमेंट में बीते दिनों एक बच्ची व एक बच्चे के कार्निया के पास हुए ट्यूमर का सफल ऑपरेशन किया गया है। अब दोनों बच्चे पहले की तरह ही नॉर्मल देख सकते हैं। आई डिपार्टमेंट की एचओडी प्रो। शालिनी मोहन ने बताया कि यह समस्या जन्मजात होती है।

डर्मोइड स्किन के नीचे
डॉ। शालिनी ने बताया कि हर माह आई डिपार्टमेंट की ओपीडी में ऐसे लगभग तीन से चार पेशेंट आते हैं। डर्मोइड स्किन के नीचे एक छोटी गांठ की तरह दिखती है, जो समय के साथ बढ़ती है। आंख के पास ट्यूमर होने से यह बच्चे की दृष्टि को प्रभावित कर सकता है। आंख के पास की हड्डी को भी नुकसान होने के साथ ही यह इंफेक्शन का कारण भी बन सकता है। इसके अलावा गांठ होने से बच्चे असहज महसूस कर सकते हैं।

कार्निया के पास था ट््यूमर
प्रो। शालिनी मोहन ने बताया कि ओपीडी में ट्रीटमेंट के लिए 14 साल की बच्ची और पांच साल का एक बच्चा आया था। आंख में ट्यूमर होने की वजह से उनकी आंख की रोशनी जा रही थी। बच्ची के आंख के बाहरी हिस्से और बच्चे के कार्निया के पास डर्मोइड ट्यूमर हो गया था। जिससे उनको देखने में समस्या होने लगी थी और आंख जाने का भी खतरा था। दोनों बच्चों के आंखों के ट्यूमर को ऑपरेट कर उनकी आंखों की रोशनी बचा ली गई है।

पैरेंट्स करते रहे इग्नोर
डॉक्टर के मुताबिक, सिटी की रहने वाली 14 वर्षीय बच्ची की आंख के पास एक गांठ हो गई थी। जिसे पैरेंट्स मामूली चीज समझ कर कई सालों तक नजरअंदाज करते रहे। जिसकी वजह से वह डर्मोइड ट्यूमर में बदल गया। ट्यूमर होने की वजह से वह गांठ आंख के बाहर लटकने लगी थी। जिसे देखने में तो खराब लगता ही था, साथ ही बच्ची को भी कई समस्या से गुजरना पड़ा। पैरेंट्स उसको बीते दिनों हैलट हॉस्पिटल के आई डिपार्टमेंट की ओपीडी में दिखाने आए थे। आई स्पेशलिस्ट डॉ। सुरभि अग्रवाल ने बच्ची को देखा और कुछ जांचें कराईं। उसके बाद डॉ। सुरभि ने डॉ। मुकेश, डॉ। इंदू, डॉ। अखिलेश व डॉ। प्रिया के साथ मिलकर बच्ची के आंख के पास हुए डर्मोइड ट्यूमर का ऑपरेशन किया।

लिंबल डर्मोइट से ग्रसित था बच्चा
प्रो। शालिनी मोहन ने बताया कि नौबस्ता में रहने वाला एक पांच साल का बच्चा दो सप्ताह पूर्व लिंबल डर्मोइट से ग्रसित होकर आया था। डॉ। शालिनी मोहन ने अपनी टीम के साथ के मिलकर उसको ऑपरेट किया। डॉ। शालिनी मोहन ने बताया किबच्चे के आंख के अंदर काली पुतली &कार्निया&य के पास ट्यूमर हो गया था। जिसे ऑपरेशन कर बच्चे की समस्या को दूर किया गया।