कानपुर (ब्यूरो)। बिजली चोरी-लाइनलॉस रोकने के लिए केस्को अब तक अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई सिस्टम और स्मार्ट मीटर लगाने में अरबों रुपए खर्च कर चुका है। बावजूद इसके बिजली चोरी जारी है। फिलहाल सबसे ज्यादा लाइनलॉस-बिजलीचोरी उन्हीं डिवीजन में है, जहां का ज्यादा एरिया अंडरग्र्राउंड पॉवर सिस्टम और स्मार्ट मीटर से केस्को कवर कर चुका हैं। यही नहीं केस्को और विजिलेंस टीम की ज्वाइंट रेड में इन्हीं डिवीजंस में सबसे अधिक बिजलीचोरी भी पकड़ी जा रही है। ये हम नहीं कह रहे हैं केस्को की रिपोर्ट खुद इसकी गवाही दे रही है। बिजलीचोर अंडरग्र्राउंड सिस्टम व स्मार्ट मीटर में सेंध लगा रहे हैं।

200 करोड़ से अधिक
केस्को ने बिजलीचोरी-लाइनलॉस रोकने के लिए सबसे अधिक धनराशि बिजलीघर परेड, जरीबचौकी और आलूमंडी व किदवई नगर डिवीजन में खर्च की। केवल इन डिवीजन के बिजलीचोरी वाले एरिया में अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई सिस्टम तैयार करने में 200 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए। इसके अलावा अब तक सिटी में 1.56 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। इसमें भी सबसे अधिक स्मार्ट मीटर भी किदवई नगर, बिजलीघर परेड, जरीबचौकी व कोपरगंज आलूमंडी डिवीजन में लगाए गए है। केस्को ऑफिसर दावा कर रहे थे कि स्मार्ट मीटर व अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई सिस्टम के बाद कटियाबाजी के साथ-साथ मीटर में छेड़छाड़ कर बिजलीचोरी रुकेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आलूमंडी कोपरगंज में जनवरी तक सबसे अधिक 29.48 परसेंट लाइनलॉस रहा। वहीं जनवरी 2024 तक जरीबचौकी डिवीजन में 19.06, किदवई नगर में 15.78 और बिजलीघर परेड डिवीजन 18.14 परसेंट लाइनलॉस रहा।

अंडरग्र्राउंड सिस्टम में सेंध
करंट फाइनेंशियल ईयर में जनवरी तक केस्को और विजिलेंस की ज्वाइंट टीम ने सबसे अधिक 280 रेड बिजलीघर परेड डिवीजन एरिया में की। ज्वाइंट टीम को यहां स्थित 213 घर, दुकानों आदि कैम्पस में बिजली चोरी मिली। इसी तरह स्मार्ट मीटर व अंडरग्र्राउंड पॉवर सिस्टम वाले आलूमंडी कोपरगंज डिवीजन के मोहल्लों में 166 रेड की। यहां 128 कैम्पस में बिजली चोरी पकड़ी गई। वहीं जरीबचौकी डिवीजन में 156 रेड की और 105 घर आदि में बिजलीचोरी मिली। इसी तरह किदवई नगर डिवीजन में 200 रेड की गई और बिजली चोरी के 100 मामले पकड़े गए।

हाल ही मे दलेलपुरवा में अंडरग्र्राउंड पैनल में अंडरग्र्राउंड सिस्टम के सी पैनल से डायरेक्ट केबिल लगाकर बिजलीचोरी के तीन मामले पकड़े गए। इससे पहले हुमायूबाग में स्मार्ट मीटर की सील तोड़कर बिजली चोरी के मामले भी पकड़े गए थे। कुल मिलाकर इस फाइनेंशियल ईयर में केस्को और विजिलेंस टीम ने 2093 रेड की और 1233 कैम्पस में बिजली चोरी पकड़ी। रेड के बाद विजिलेंस टीम के वीआईपी रोड स्थित रिवर साइड पॉवर हाउस में भीड़ लग जाती है। लोगों का आरोप है रेड के बाद सेटिंग-गेटिंग का खेल भी चलता है। इसीवजह से रेड पोर्टल तुरन्त अपडेट भी नहीं किया जाता है। यही कारण बिजलीचोरी बन्द नहीं हो रही है। हालांकि विजिलेंस टीम के ऑफिसर्स ने इससे इंकार किया है।

8 परसेंट से कम लाइनलॉस का टारगेट
सेंट्रल गवर्नमेंट लाइनलॉस रोकने व सिस्टम इम्प्रूवमेंट के लिए केस्को को लगातार फाइनेंशियल हेल्प कर रहा है। पहले इंटीग्र्रेटेड पॉवर डेवलपमेंट स्कीम के अन्र्तगत 370 करोड़ रुपए की हेल्प की और अब रिवैम्प्ड स्कीम के लॉस रिडक्शन कैटागिरि में 520 करोड़ रुपए दिए हैं। हालांकि इसमें शर्त भी केस्को को ओवरऑल लाइनलॉस 8 परसेंट से कम करना है।

चेयरमैन ने किया सस्पेड, दी चेतावनी
इसी वीक यूपीपीसीएल के चेयरमैन आशीष गोयल सिटी आए थे। उन्होंने केस्को की परफार्मेंस को लेकर मीटिंग की। मीटिंग में अधिक लाइनलॉस देखकर कोपरगंज आलूमंडी डिवीजन के एक असिसटेंट इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया था। साथ ही कई ऑफिसर्स को चेतावनी भी दी थी।

लाइनलॉस कम करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें सफलता भी मिल रही है। सेंट्रल गवर्नमेंट के दिए 8 परसेंट से कम लाइनलॉस के टारगेट को हासिल किया जाएगा। इसके लिए एबीसी, अंडरग्र्राउंड पॉवर सिस्टम के साथ रेड भी की जा रही हैं। --श्रीकांत रंगीला, मीडिया प्रभारी, केस्को

डिवीजन- रेड-- चोरी मिली--लाइनलॉस
नवाबगंज-- 57--18-8.36
फूलबाग-- 74--27-13.49
जरीबचौकी-- 156-105-19.06
आलूमंडीकोपरगंज-166-128-29.48
बिजलीघर परेड --280--213--18.14
गोविन्द नगर--11-08-- 9.28
पराग डेयरी- 41-12--8.52
वल्र्ड बैंक बर्रा- 65-34--12.45
किदवई नगर-200-100--15.78
जाजमऊ--131--55--12.22
हैरिसगंज--110--68-12.66
नौबस्ता-- 58-35--13.56
दहेली सुजानपुर--219-144--18.92
हंसपुरम--184--105-- 16.43
कल्याणपुर-- 86-57-13.54
सर्वोदय नगर--53-23- 10.30
विकास नगर-- 137--74- 8.70
रतनपुर-42-23--9.11
(डिटेल फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की जनवरी तक की है, लाइनलॉस परसेंट में है)
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-- 2093 रेड की विजिलेंस और यूपीपीसीएल की ज्वाइंट टीम ने
--1233 कैम्पस में टीम ने पकड़ी बिजली चोरी
--1228 मामलों में दर्ज कराया गया मुकदमा
--417 बिजलीचोरी के केस में कराई गई कम्पाउंडिंग
--3.32 करोड़ रुपए जमा हुई कम्पाउंडिंग व असेसमेंट
(डिटेल एक अप्रैल,2023 से 31 जनवरी 2024 तक की है)