कानपुर (ब्यूरो)।पराग डेयरी डिवीजन में लाखों की स्टोर रीडिंग पकड़े जाने के बाद भी शहर में यह खेल जारी है। कन्ज्यूमर्स से सेटिंग-गेटिंग कर खपत से कम यूनिट के बिजली बिल बनाकर केस्को को रेवेन्यू का चूना लगाया जा रहा है। पराग डेयरी डिवीजन में तो स्टोर रीडिंग के खेल में मीटर को खराब दिखाकर फर्जी मीटर तक लगा दिए गए थे। पिछले महीने शुरू हुए &आपके द्वार&य अभियान के दौरान मीटर रीडर के साथ बिलिंग कराने के दौरान केस्को मुख्यालय के ऑफिसर्स ने यह खेल पकड़ा। अब तक एक हजार से अधिक कन्ज्यूमर्स के यहां करीब 2.70 लाख यूनिट स्टोर रीडिंग सामने आ चुकी है। इनमें से लगभग कन्ज्यूमर ऐसे हैं, जिनके यहां 500-500 यूनिट से भी अधिक स्टोर रीडिंग मिली है।


16 ऑफिसर्स को जिम्मेदारी
इस महीने भी अभियान जारी रहने से और मामले सामने आने की उम्मीद है। अभी तक अभियान के दौरान अधिक लोड, गलत टैरिफ के भी हजारों केस मिले है। जो केस्को के डिवीजन इम्प्लाइज की लापरवाही व मनमानी की पोल खोल रहे हैं। सितंबर में केस्को ने यूपीपीसीएल की गाइडलाइंस के मुताबिक आपके द्वार अभियान शुरू किया। इस अभियान की जिम्मेदारी केस्को मुख्यालय में तैनात चीफ इंजीनियर, कम्पनी सेक्रेटरी जैसे 16 ऑफिसर्स को सौंपी गई थी। इसमें फील्ड ऑफिसर्स (डिवीजन) को नहीं शामिल किया गया था। डेली इन ऑफिसर्स को एक-एक डिवीजन में मीटर रीडर के साथ डोर टू डोर जाकर अपने सामने बिलिंग कराने थी।

केस्को को रेवेन्यू लॉस
केस्को के मीडिया प्रभारी श्रीकांत रंगीला ने बताया कि बिलिंग कराने के दौरान हजारों कन्ज्यूमर्स के यहां लोड अधिक पाया गया। इनमें से अब तक सैकड़ों कन्ज्यूमर्स का 4400 किलोवॉट लोड बढ़ाया जा चुका है। इसके साथ ही 1891 कनेक्शन गलत टैरिफ में चलते मिले। इनमें से ज्यादातर डोमेस्टिक कनेक्शन का यूज कॉमर्शियल में किया जा रहा है। इससे केस्को को हर महीने लाखों रुपए के रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है।

500 यूनिट से भी अधिक स्टोर रीडिंग
बिलिंग कराने में शामिल मुख्यालय ऑफिसर्स की टीम 200 यूनिट स्टोर रीडिंग से अधिक के एक हजार से अधिक मामले पकड़े। इनमें से 50 से अधिक ऐसे कन्ज्यूमर भी शामिल हैं, जिनके यहां 500-500 यूनिट से भी अधिक स्टोर रीडिंग पकड़ी गई। हांलाकि केस्को ने अभी इसकी ऑफीशियल जानकारी नहीं दी है। स्टोर रीडिंग के यह केस कल्याणपुर, विकास नगर, किदवई नगर, गोविन्द नगर, बर्रा विश्व बैंक, सर्वोदय नगर जाजमऊ, नौबस्ता, जरीबचौकी, फूलबाग आदि डिवीजन में मिले। ये हाल तब है जबकि पिछले वर्ष अगस्त में केवल पराग डेयरी डिवीजन लाखों रुपए की स्टोर रीडिंग के &8 और फर्जी मीटर 20 केस पकड़े गए। इंजीनियर्स सहित 8 केस्को इम्प्लाइज को सस्पेंड भी किया गया था। मीटर रीडर के खिलाफ मुकदमा भी हुआ था।

लापरवाही के साथ मनमानी
डोर टू डोर कराने में केस्को मुख्यालय ऑफिसर्स को स्टोर रीडिंग, अधिक लोड, गलत टैरिफ आदि गड़बडिय़ां मिल रही हैं। मीटर रीडर्स के इसमें शामिल होने के साथ-साथ इन गड़बडिय़ों के पीछे एक और वजह मानी जा रही है। इम्प्लाइज का कहना है कि लोग लोड बढ़वाने, खराब मीटर बदलने, कनेक्शन लेने के लिए आदि के लिए केस्को सबस्टेशन, डिवीजन के चक्कर लगाते हैं। वहां उन्हें इतने अधिक नियम-कानून बता दिए जाते हैं कि थक-हारकर घर बैठ जाते हैं। इससे सबसे अधिक नुकसान केस्को का ही होता है। अगर समय पर ऐसे कन्ज्यूमर्स का लोड बढ़ा दिया, उन्हें सही टैरिफ का कनेक्शन मिल जाए तो केस्को को रेवेंयू पहले ही काफी अधिक बढ़ चुका होता है। लेकिन केस्को इम्प्लाइज की मनमानी और लापरवाही से ऐसा नहीं हो पा रहा है।

सितंबर में शुरू हुआ &आपके द्वार&य अभियान
16 केस्को ऑफिसर की डयूटी लगाई गई थी
1891 गलत टैरिफ के कनेक्शन पाए गए जांच में
4400 किलोवॉट लोड अब तक केस्को बढ़ा चुका
2.70 लाख यूनिट बिजली स्टोर पाई जा चुकी है
50 कन्जयूमर के यहां 500-500 यूनिट से अधिक स्टोर रीडिंग