कानपुर (ब्यूरो)। शिवराजपुर में एक सप्ताह से लापता एक युवक की उसके ही साथियों ने घर से ले जाने के बाद शराब पिलाकर हत्या कर दी और शव को नदी में फेंक दिया। पूछताछ में दोस्तों से मिली जानकारी के बाद पुलिस टीम शव की तलाश में सीतापुर के लिए रवाना हो गई। परिजन पहले दिन से ही दोस्तों पर शक जाहिर कर रहे थे।

सात जनवरी को हुआ था लापता

शिवराजपुर थाना क्षेत्र के सुघर देवा गांव निवासी गुरु नारायण तिवारी की पत्नी सरस्वती देवी ने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया था कि उनका बेटा कुलदीप सात जनवरी को अपने दो साथी जलालाबाद सीतापुर निवासी मुन्ना सिंह व प्रीति सिंह के साथ जाने की बात कह कर घर से निकला था। तब से वह घर वापस नहीं लौटा। न तो उसका फोन लग रहा है और न ही कहीं कोई पता चल रहा है। उन्होंने उसके दोस्तों से फोन पर पूछा तो दोनों उसको साथ लेकर जाने की बात से मना करने लगे।

अनहोनी की आशंका जाहिर की

उन्होंने बेटे के साथ कुछ अनहोनी होने की आशंका जाहिर की थी। पुलिस ने पीडि़ता की तहरीर पर गुमशुदगी दर्ज कर युवक की तलाश शुरू की थी। पुलिस के कहने पर पीडि़त परिवार ने दोनो युवकों को फोन कॉल कर गांव बुलाकर बेटे के संबंध में पूछा तो दोनों लडऩे को तैयार हो गए। इसी बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को पकड़ लिया और थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। दोनो ने शराब पार्टी के दौरान गुस्से में कुलदीप की हत्या करने के बाद सीतापुर जनपद के सिंघौली थाना क्षेत्र के फिरोजपुर और जलालाबाद गांव के बीच सारायन नदी में उसका शव फेंके जाने की जानकारी दी। दोनों युवकों से मिली जानकारी के बाद पुलिस टीम शव की तलाश के लिए परिजनों सहित सीतापुर रवाना हो गई।

रिश्तेदारों के यहां आए दोनों युवकों से हो गई थी दोस्ती

सरस्वती के अनुसार दोनों युवक गांव के ही एक परिवार में रिश्तेदारी में घूमने के लिए आए थे और काफी दिन से गांव में रुके थे। इसी दौरान उनके बेटे की दोनो युवकों से दोस्ती हो गई और इसी कारण वह दोनो के साथ चला गया। एसआई विवेक ने बताया कि दोनों युवक पुलिस की हिरासत में है। दोनों ने कुलदीप की हत्या कर शव नदी में फेंकने की बात कबूली है। पुलिस परिजनों के साथ शव लेने के लिए रवाना हो चुकी है।