कानपुर (ब्यूरो)। पूरे कानपुर में भले ही ग्रीन कवर दो परसेंट से भी कम हो लेकिन सीएसजेएम यूनिवर्सिटी कैंपस का 42 परसेंट एरिया हरियाली से भरपूर है। इसके अलावा 26 परसेंट पार्ट पर हरियाली बढऩे की संभावना है। यह बातें आईआईटी के अर्थ साइंस डिपार्टमेंट की ओर से किए गए ड्रोन सर्वे में सामने आई है। मंडे को सीएसजेएमयू के सेंटर फॉर एकेडमिक्स में हुई प्रेस कांफ्रेंस में वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने बताया कि कैंपस का टोटल एरिया 267 एकड़ है, जिसमें 112 एकड़ में हरियाली, 69 एकड़ एरिया कंक्रीट और 86 एकड़ ओपेन लैड है।

रिमोट सेंसिंग टेक्नोलॉजी
आईआईटी के अर्थ साइंस डिपार्टमेंट के प्रो। राजीव सिंहा ने बताया कि सर्वे में रिमोट सेंसिंग टेक्नोलॉजी और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का यूज किया गया है। इस सर्वे में मिलने वाली इमेज गूगल से मिलने वाली इमेज की तुलना में बेस्ट होती है। उनको जूम करके देखा जा सकता है। इन डेटा सेट का यूज फ्यूचर में बिल्ंिडग कंस्ट्रक्शन, पौधरोपण और अंतरिक्ष प्रबंधन समेत कई चीजों में किया जा सकता है।

मेन गेट पर लगेगा 2डी मैप
वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने बताया कि ड्रोन सर्वे के बाद संस्थान को एक 2डी मैप मिला है। उस मैप को यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर लगाया जाएगा। उसकी मदद से कोई भी स्टूडेंट बिना गाइड से बिना पूछे संस्थान में कहीं भी आ जा सकेगा। इस मौके पर प्रोवीसी प्रो। सुधीर कुमार अवस्थी, रजिस्ट्रार डॉ। अनिल यादव, डीएसडब्ल्यू प्रो। नीरज कुमार सिंह और डॉ। विशाल शर्मा आदि मौजूद रहे।

आईआईटी बनवाएगा ड्रोन लैब
मंडे को आईआईटी और सीएसजेएमयू के बीच एमओयू हुआ। आईआईटी के प्रो। राजीव सिंहा ने बताया कि एमओयू के अंतर्गत आईआईटी के सहयोग से सीएसजेएमयू में ड्रोन लैब बनेगी। ड्रोन टेक्नोलॉजी की दिशा में दोनों संस्थान मिलकर काम करेंगे। इसके अलावा स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम और फैकल्टी नॉलेज एक्सचेंज प्रोग्राम चलेगा।

सीएसजेएमयू कैंपस
267 एकड़ है टोटल एरिया
112 एकड़ में है हरियाली
69 एकड़ एरिया में कंक्री
86 एकड़ ओपेन लैड भी है
26 परसेंट और बढ़ेगी ग्रीनरी