कानपुर(ब्यूरो)। सरकार ने आम बजट में ड्रोन टेक्नोलॉजी को बढ़ाने के लिए अहम घोषणा की है। इसके अलावा पुराने और नए स्टार्टअप के लिए भी टैक्स रिबेट को साल 2023 तक के लिए बढ़ाया है। जिसका फायदा यंगस्टर्स को होगा। आईआईटी कानपुर के स्टूडेंट्स को भी इसका फायदा मिलेगा। जोकि स्टार्ट अप के मामले में अव्वल हैं। पिछले एक साल में ही यहां से 107 नए स्टार्टअप शुरू हुए हैं। मास्क से लेकर ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन कंसनट्रेटर, वेंटीलेटर बनाए जा रहे हैं।

ड्रोन की मल्टी टास्किंग
आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो। अभिषेक ने बताया कि एक वर्ष में आइआइटी ने सौ से ज्यादा स्टार्टअप किए हैं। इसमें से कई कंपनियों के उत्पादों की विदेशों में भी मांग है। संस्थान में करीब पांच इन्क्यूबेटेड कंपनियां ड्रोन तकनीक पर काम कर रही है। उनके बनाए गए ड्रोन डिफेंस, डिजास्टर मैनेजमेंट, कंज्यूमर सर्विस,एग्रीकल्चर, मैपिंग, सर्वे जैसे कामों में इस्तेमाल किए जा रहे हैं।

नई गाइडलाइन तैयार

उन्होंने बताया कि ड्रोन इंडस्ट्री में पूरे देश में 100 से ज्यादा कंपनियां हैं.पिछले साल इसी इंडस्ट्री को ध्यान में रखते हुए स्टैंडर्ड आपरेङ्क्षटग प्रोसेस बनाया था। डीजीसीए ने भी नई गाइडलाइन तैयार की और इस इंडस्ट्री को सहयोग देना शुरू किया। जिस तरह से बजट में ड्रोन इंडस्ट्री पर बात हुई है, उससे यकीनन इस इंडस्ट्री में आने वाले वक्त में बड़ी संख्या में नौकरियां भी निकलेंगी और युवाओं को फायदा होगा।

5जी के लिए बनाया इको सिस्टम
बजट में फाइनेंस मिनिस्टर ने 5जी स्पेक्ट्रम की इस साल नीलामी करने की घोषणा की है। मालूम हो कि 5जी को लेकर केंद्र सरकार की ओर से गठित एक्सपर्ट कमेटी में आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो.अभय करंदीकर की अहम भूमिका है। अपने ट्वीटर हैंडल पर जानकारी देते हुए प्रो.अभय करंदीकर ने पोस्ट किया कि गवर्नमेंट कमेटी की ओर से निलामी के लिए पहचाने गए सभी स्पैक्ट्रम को रखेगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सकेगा। उन्होंने यह भी कहा कि