कानपुर(ब्यूरो)। हादसों का अड््डा बन चुके गंगा बैराज पर संडे सुबह फिर बड़ा हादसा हो गया। दोस्तों के के मौज-मस्ती करने के बाद गंगा नहाने के दौरान आईआईटी के दो स्टूडेंट डूब गए। इनमें से एक को तो बचा लिया गया मगर दूसरे की मौत हो गई। गोताखोरों की मदद से करीब दो घंटे सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस ने छात्र की बॉडी बाहर निकाली। मृतक छात्र राजस्थान के झुंझनू का रहने वाला था और आईआईटी से सिविल इंजीनियरिंग का छात्र था। आईआईटी प्रशासन ने छात्र के घरवालों को सूचना भेज दी है।

पुलिस को दी सूचना
आईआईटी के दस स्टूडेंट्स का ग्रुप संडे सुबह गंगा बैराज घूमने गया था। घूमने के बाद सभी ने गंगा में नहोने का प्लान बनाया। इसक बाद वह बैराज के घाट पर गए और नहाने लगे। इस दौरान पानी का बहाव तेज होने से दो छात्र डूबने लगे। जिस पर बाकी छात्रों ने शोर मचाया। इसके बाद गोताखोरों ने लोगों की मदद से एक छात्र को तो सुरक्षित निकाल लिया लेकिन दूसरे छात्र चंचल कुमार सुराग नहीं लगा। जिसके बाद तुरंत पुलिस को हादसे की सूचना दी गई।

बहुत तेज था बहाव
सूचना मिलने पर एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पाण्डेय और कोहना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। छात्र की तलाश के लिए गोताखोरों ओर जल पुलिस के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया। काफी देर बाद चंचल का शव बरामद हुआ। साथी के डूब कर मरने से उसके साथ गए अन्य छात्रों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। गोताखोरों का कहना है कि पानी का बहाव बहुत तेज था। जिसकी वजह से छात्र डूब गया और उसकी मौत हो गई। उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है।
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5वें सेमेस्टर का छात्र
राजस्थान के झुंझुनू जिले में रहने वाला 22 साल का चंचल मीणा आईआईटी कानपुर से सिविल इंजीनियर पांचवें सेमेस्टर का छात्र था। रविवार को वह अपने साथी आजाद प्रजापति, अमित कुमार, प्रताप ङ्क्षसह सहित दस साथियों के साथ गंगा बैराज पुल पार करके दूसरी ओर उन्नाव की तरफ नहाने गया था। दो घंटे की मशक्कत के बाद गोताखोरों ने चंचल का शव बरामद कर लिया। चंचल का शव देखकर साथी छात्र भी अपने आंसू रोक नहीं सके। एसीपी त्रिपुरारी पांडे ने बताया कि छात्र के स्वजन के साथ ही आईटी प्रबंधन को हादसे की सूचना दे दी गई है शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।

आईआईटी प्रबंधन की लापरवाही
आईआईटी प्रबंधन की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले में पिछले साल 28 नवंबर को राजस्थान के भीलवाड़ा के बलेलों का मोहल्ला बदनौर निवासी अर्थ साइंस से द्वितीय वर्ष की छात्रा सेजल जैन की गंगा बैराज पर सेल्फी लेने के दौरान पैर फिसलने से डूबकर मौत हो गई थी। इसके बावजूद एक साथ दस छात्र आखिरकार संस्थान से कैसे निकल आए और इस पर ध्यान नहीं दिया गया न ही उनके साथ कोई सुरक्षाकर्मी आया। गनीमत रही कि हादसे में केवल एक ही छात्र डूबा वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

मौज मस्ती करते हुए दौड़ रहे थे छात्र
गोताखोरों ने बताया कि छात्र पुल के उस पार जाकर बालू में मौजमस्ती करते हुए गंगा किनारे दौड़ लगा रहे थे उन्होंने रोकने का प्रयास किया तो वह उल्टा उनसे ही झगडऩे पर आमाद हो गये। सभी छात्र 16 से 20 नंबर गेट के बीच तेज बहाव के पास ही नहा रहे थे।

अब तक हुए हादसे
- कल्याणपुर निवासी रामांश त्रिपाठी उर्फ रज्जू की डूबकर मौत
- सेल्फी लेने के दौरान आईआईटी छात्रा सेजल की डूबकर मौत
- गंगा नहाने के दौरान जरौली निवासी शिवम ङ्क्षसह, अनूप यादव की मौत
- गंगा नहाने के दौरान सेल्फी लेते समय एक दूसरे को बचाने में सात की मौत