कानपुर (ब्यूरो)। रनियां में सड़क पर खड़े ट्रक में पीछे से मिनी ट्रक टकरा गया इससे चालक अकरम की मौत हो गई। घटना को पांच दिन बीते हो गए लेकिन परिवार का दर्द अभी भी कम नहीं होता है। अगर ट्रक सड़क पर न होता तो शायद अकरम आज ङ्क्षजदा होता, इसी तरह से न जाने कितने हैं जिनकी जान वाहनों की अवैध पार्किंग में चली गई।

मुख्यमंत्री के निर्देश का पालन नहीं
कानपुर इटावा हाईवे की बात करें तो यह जिले का सबसे प्रमुख मार्ग है लेकिन अधिकांश जगह पर अवैध पार्किंग की जाती है। ट्रक ले बाय निर्धारित जगह पर कम ही वाहन खड़े होते हैं। ढाबे, होटल व फैक्ट्रियों के बाहर इनका जमावड़ा सड़क पर अधिक होता है। मुख्यमंत्री के निर्देश है कि अवैध पार्किंग न होने पाए इसके बाद भी जिले में इसका सही से पालन नहीं हो पा रहा। इसमें भी सिकंदरा व रनियां में सबसे अधिक अवैध पार्किंग वाहनों की होती है। छह माह में कई अपनी जान गवां चुके तो कई घायल होकर अस्पताल में संघर्ष करते रहे लेकिन यह जानलेवा समस्या किसी को नजर नहीं आती है।

हाईवे पेट्रोङ्क्षलग पर ध्यान नहीं दिया जाता
कानपुर इटावा हाईवे पर दोपहर 12 बजे का समय मुंगीसापुर में सड़क पर ही कंटेनर खड़ा था। चालक व क्लीनर पास की दुकान पर गए हुए थे, करीब आधे घंटे बाद वह आए और फिर इसके बाद वाहन लेकर गए। निर्धारित स्थान पर वह पार्किंग कर सकते थे पर ऐसा नहीं किया। इसी तरह से रनियां में टैंकर व ट्रक सड़क पर ही खड़े मिले। ऐसे में पीछे से कोई वाहन सवार आकर टकरा जाए तो हादसा हो जाएगा लेकिन इसकी परवाह किसी को नहीं है। जिम्मेदारी हाईवे पेट्रोङ्क्षलग वाहन की बनती है लेकिन इस पर कभी ध्यान नहीं दिया जाता है। जिले में सिकंदरा सूर्या तिराहा, मुंगीसापुर, बिहारी घाट, शहजादपुर व रनियां में सबसे अधिक वाहनों की अवैध पार्किंग की जाती है। सड़क हादसे भी यहीं पर सबसे अधिक होते हैं। दिन में तो खतरा होता ही है रात के समय तो यह अधिक खतरनाक हो जाते हैं। जागरूकता का अभाव होने संग ही सख्ती कम होने से सड़क पर यह हो रहा।

बैठकों में भी जवाब तलब किया जाएगा
एआरटीओ प्रवर्तन सोमलता यादव ने बताया कि कई वाहनों के भारी चालान किए गए है लेकिन होटल व ढाबा संचालक अधिक वाहन खड़े कराते हैं अब पुलिस के सहयोग से इस पर रोकथाम की जाएगी। राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने बताया कि सीएम के निर्देश हैं इस पर बैठक में पहले अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि अवैध स्टैंड व अवैध पार्किंग पर रोक लगाएं। कुछ जगह काम हुआ पर सक्रियता अधिक रहे इसके लिए निगरानी रखी जाएगी व बैठकों में भी जवाब तलब किया जाएगा।

हाईवे किनारे ही हो रही थ्रेङ्क्षसग
वाहनों की अवैध पार्किंग तो समस्या है ही इन दिनों हाईवे किनारे व सर्विस लेन पर किसान मूंग सुखाने संग ही थ्रेङ्क्षसग भी करने में जुट गए हैं। सोमवार को सिकंदरा में मूड़ादेव गांव के पास हाईवे किनारे ही लंबी दूरी में मूंग डाली गई थी व वहीं थ्रेङ्क्षसग का काम हो रहा था। इससे भी हादसा हो सकता है व वाहन सवार के साथ ही काम करने वाले लोगों को भी खतरा हो सकता है।

अवैध पार्किंग से हुए अभी तक हादसे
माह : हादसे : मौत : घायल
जनवरी: 6 : 3 : 6
फरवरी : 9 : 4 : 5
मार्च : 12 : 6 : 9
अप्रैल : 15 : 5 : 12
मई : 7 : 2 : 7

जिम्मेदारों के बयान
- अवैध पार्किंग रोकने को एनएचएआई व यातायात टीम व थाना पुलिस को निर्देश पहले से दिए गए हैं, कार्रवाई भी ऐसे वाहनों पर होती रहती है। अब सख्ती से इसकी निगरानी करवाई जाएगी व होटल व ढाबा संचालकों को भी हिदायत दी जाएगी कि सड़क पर वाहन न लगने दें। कुछ स्पाट चिन्हित किए गए हैं वहां बोर्ड लगाकर व अधिक निगरानी रख अवैध पार्किंग पर रोक लगवाई जाएगी। -बीबीजीटीएस मूर्ति, एसपी

'' जो अवैध पार्किंग रोकने के लिए विभाग हैं उनकी भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। सड़क सुरक्षा समिति जो हाल में बैठक हुई इसमें इस बात को रखा गया है और पेट्रोङ्क्षलग कर ऐसे वाहनों को निर्धारित जगह पर ही खड़ा करने को कहा गया है। न मानने वाले व पार्किंग कराने वालों पर कार्रवाई भी होगी।
- नेहा जैन, डीएम