कानपुर(ब्यूरो)। बिजली गिरने से पांच इंसुलेटर फट गए व बिजली तार भी टूट गया। इससे कंचौसी कस्बा समेत करीब 100 से अधिक गांव की बत्ती गुल हो गई। नींद पूरी न होने से जहां लोग परेशान हुए तो वहीं पेयजल संकट से जूझना पड़ा और पसीना पसीना हो गए.आए दिन फाल्ट होने व बत्ती न रहने से लोग व्यवस्था को कोसने लगे।

17 घंटे बाद आई लाइट

वर्षा में गुरुवार रात 8.30 बजे करीब कंचौसी उपकेंद्र में आने वाली 33केवी लाइन में बिजली गिरने से अलग अलग पोल में लगे 5 इंसुलेटर फट गए तथा कई स्थानों पर पेड़ की डालिया 33केवी लाइन के तारों में गिर गई। इससे कंचौसी व आसपास के 10 गांवों की बत्ती गुल हो गई.पूरी रात बत्ती न आने से लोग परेशान हो गए। पूरी रात करवट बदलते हुए बीत गई व शुक्रवार सुबह पेयजल संकट से जूझना पड़ा। शुक्रवार दोपहर को बत्ती 17 घंटे बाद आ सकी। जेई आरएस वर्मा ने बताया कंचौसी उपकेंद्र के पास 33केवी लाइन पर आकाशीय बिजली गिरने से इंसुलेटर फटने के कारण सप्लाई बाधित हुई थी नए इंसुलेटर लगाने के बाद आपूर्ति दी गई है। वहीं कठिका पारेषण केंद्र से नवीन उपकेंद्र झींझक आने वाली 33केवी लाइन में फाल्ट आने के कारण शुक्रवार की सुबह करीब सात बजे उपकेंद्र से जुड़े भोलानगर, कांशीराम ,मंगलपुर ,अकारु, औरंगाबाद फीडरों से जुड़े झींझक के दो मुहल्ले भोलानगर व खानपुर रोड तथा मंगलपुर ,मुंडेरा ,गौरी ,सुरासी ,औरंगाबाद,अंनतपुर ,चिरिखरी, खानपुर ,प्रयागपुर समेत 100गांवों की बिजली सप्लाई बाधित हो गई। कर्मियों द्बारा फाल्ट ठीक करने के बाद 11.30 बजे करीब आपूर्ति बहाल हो सकी। इस बीच लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा व हैंडपंप से पानी भरने को मजबूर हुए। वहीं कई घरों में इन्वर्टर तक डिस्चार्ज हो गए।

&& 33 केवी लाइन में फाल्ट आने के कारण समस्या हो गई थी, समय रहते मरम्मत कर आपूर्ति बहाल करा दी थी.&य&य

आरएस वर्मा, अवर अभियंता झींझक