कानपुर (ब्यूरो)। बड़ा चौराहा से नयागंज मेट्रो स्टेशन के बीच लगभग एक किमी लंबे अंडर ग्राउंड टनल के &अप-लाइन&य में ट्रैक निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है। इस स्ट्रेच के &डाउन लाइन&य में भी ट्रैक निर्माण का काम लगभग खत्म होने वाला है। वहीं, मैकरॉबर्टगंज से निर्माणाधीन चुन्नीगंज स्टेशन की ओर &अप-लाइन&य पर लगभग 414 मीटर टनल का निर्माण कर रही &नाना&य टीबीएम मशीन ने वेडनेसडे को अपना इनिशियल ड्राइव पूरा कर लिया। लगभग 85 मीटर लंबा टनल निर्माण करने के बाद इस मशीन को रोककर बैकअप सिस्टम यूनिट से जोडऩे का प्रोसीजर शुरू कर दिया गया। ऐसे में जल्द ही लोगों को आईआईटी से नौबस्ता तक मेट्रो के सफर की सौगात मिल जाएगी।

बैलास्ट लेस ट्रैक का यूज
एलिवेटेड मेट्रो तरह ही अंडर ग्राउंड मेट्रो में भी बैलास्ट-लेस (गिट्टी-रहित) ट्रैक का यूज किया जा रहा है। इसके लिए कुछ समय से रेल (पटरी) को अंडर ग्राउंड स्टेशन में लोअर करने के बाद उसे बिछाने, वेल्ड करने और ट्रैक स्लैब की ढलाई की प्रोसीजर चल रही है। बैलास्ट-लेस ट्रैक में रखरखाव की कम से कम जरूरत पड़ती है, साथ ही इसका लाइफ सर्किल भी काफी लंबा होता है। कंपन और शोर को एब्जॉर्ब करने के लिए ट्रैक में मास स्प्रिंग सिस्टम का यूज किया गया है। साथ ही डिरेलमेंट गार्ड और थर्ड रेल लगाने के लिए भी मैनेजमेंट किया गया हैं।

अब टीबीएम मशीन का मेन ड्राइव होगा शुरू
बैकअप सिस्टम यूनिट को टीबीएम मशीन का कंट्रोल रूम भी कह सकते हैं, जहां मशीन की सभी हेल्पिंग यूनिट मौजूद होती हैं। इनिशियल ड्राइव के दौरान मशीन का बैकअप सिस्टम यूनिट अब तक शॉफ्ट के बाहर से काम कर रहा था पर अब इसे लॉचिंग शॉफ्ट में उतारकर टीबीएम मशीन के शील्ड से जोड़ा जाएगा। बैकअप सिस्टम यूनिट के जुड़ जाने के बाद टीबीएम मशीन का मेन ड्राइव शुरू होगा। मोटराइज्ड ट्रॉली का यूज रिग सेग्मेंट्स को पहुंचाने और खनन के बाद मिट्टी के निकासी के लिए किया जाएगा।