-उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने और सीसी टीवी फुटेज से छेड़खानी का है जिक्र

-रंजीत सिंह समेत दो युवकों से खुल सकता है राज, पुलिस जांच में जुटी

KANPUR :

डायलिसिस आपरेटर आनन्द स्वरूप के सुसाइड केस में पुलिस को एक चिट्ठी मिली है। जिसमें उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलने, सीसी फुटेज को डिलीट समेत आरोपी अष्टूबाबू के कई कारगुजारी के बारे में लिखा है। अब पुलिस सच्चाई का पता लगाने में जुट गई। जिससे आरोपी की मुसीबत बढ़ गई है।

नवाबगंज में रोडवेज वर्कशॉप कालोनी निवासी आनन्द स्वरूप का शव भ् अप्रैल को बस अड्डे के पास मिला था। वह एक प्राइवेट हास्पिटल में डायलिसिस आपरेटर था। उसकी मौत का पता चलते ही उसके परिजन भागकर वहां पहुंचे, तो शव देख उनके होश उड़ गए। बहन शशि ने दयानन्द शिक्षण संस्थान के सचिव अष्टूबाबू पर हत्या का आरोप लगाया था, लेकिन उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से आत्महत्या की बात सामने आई थी। अष्टूबाबू ने जॉब लगवाने और नौ लाख रुपए देने का वादा कर किडनी ट्रांसप्लांट कराई थी। बहन का आरोप है कि अष्टूबाबू ने न उसकी जॉब लगवाई और न ही रुपए दिए। लोकसभा चुनाव के मतदान की तैयारी को लेकर यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था, लेकिन मतदान खत्म होने के अगले दिन फ्राइडे को एसएसपी को तीन पन्ने की चिट्ठी मिली। उसमें लिखा है कि आनन्द की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाई गई है। अष्टबाबू के बंगले की सीसी टीवी फुजेट से पुलिस को कई सुराग मिल सकते थे, लेकिन उसकी फुटेज से भी छेड़खानी कर दी गई है। अष्टबाबू के मुख्यमंत्री और उनके परिवार से संबंध है। इसलिए वह कार्रवाई से बच रहे है। इसमें रंजीत सिंह और एल्डोराडो अपार्टमेंट में रहने वाले एक युवक का जिक्र किया गया है कि ये आरोपी के सबसे करीबी है। इनको सारी सच्चाई मालूम है। इसमें रंजीत के पास बेनानी सम्पत्ति है, जबकि वह कालेज में संविदा में काम करता है। अब पुलिस सच्चाई पता लगाने में जुट गई है।

तीन पन्ने की चिट्ठी मिली है। वो चिट्ठी किसने भेजी है, यह बताया नहीं जा सकता है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। सच्चाई जल्द पता चल जाएगी।

अजय कुमार मिश्रा, एसएसपी