कानपुर (ब्यूरो)। दो दर्जन से ज्यादा सराफा कारोबारियों का लगभग 20 किलो सोना और डेढ़ करोड़ कैश चोरी के मामले में एसआईटी के हाथ अब तक खाली हैं। अब पुलिस बेकनगंज से फरार हुए संपत लवाटे और उसके साथियों को भगोड़ा घोषित करने की तैयारी में है। पुलिस महाराष्ट्र के कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है। लैंग्वेज बैरियर की वजह से शुक्रवार दोपहर तक महाराष्ट्र के बीटा थाने की पुलिस का कानपुर एसआईटी को सहयोग नहीं मिल रहा था। ऐसे में कैट के राष्ट्रीय सचिव और सर्राफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि मर्चेंट चैैंबर ऑफ महाराष्ट्र और मर्चेंट चैैंबर ऑफ सांगली का सहयोग लिया गया है। साथ ही एक मराठी आईपीएस से भी हेल्प मांगी गई है।

होगा पुलिस वेरिफिकेशन
जेसीपी क्राइम एंड हेडक्वार्टर नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए एसआईटी के साथ क्राइम ब्रांच भी काम करेगी। जिन सराफा कारोबारियों के साथ वारदात हुई है, क्राइम ब्रांच की टीम उनसे जानकारी लेगी। साथ ही सिटी में काम कर रहे 1500 बंगाली और 50 मराठा कारीगरों का वेरिफिकेशन कराया जाएगा। मंडे से इसकी प्रक्रिया शुरू होगी, जिससे कोई और सर्राफ अमानत में खयानत करने वाले इस गैैंग का शिकार न बने।

तलाशे जा रहे कनेक्शन
संपत के मोबाइल में सराफा करोबारियों के अलावा कुछ और नंबर मिले हैं, इन नंबरों की तहकीकात भी पुलिस कर रही है। उसके लोकल कनेक्शन के साथ बाहर के कनेक्शन भी चेक किए जा रहे हैैं। वहीं पुलिस ने सराफा एसोसिएशन की मदद से यूपी समेत देश के सभी प्रदेशों के सभी बड़े-छोटे कारोबारियों को मैसेज भेजा है, जिससे संपत लवाटे और उसके गैैंग के लोग किसी को सोना न बेच सकें।

बाजार में कर रहा था सुरागरसी
पुलिस जांच में सामने आया है कि संपत और उसके गैैंग के लोग बाजार में महीनों से सुरागरसी कर रहे थे। दरअसल, सोने के दाम लगातार घट-बढ़ रहे थे। कारोबारियों का ये अनुमान था कि सहालग के पहले सोने के दाम न सिर्फ बढ़ेंगे बल्कि आसमान छू जाएंगे। इसी बात का इंतजार संपत और उसके गैैंग के लोग करते रहे, जैसे ही सोने का दाम बढ़े और कुछ दिन स्थिर रहने का अनुमान लगा। संपत और उसके साथी माल लेकर फरार हो गए। कानपुर सर्राफा बाजार में महाराष्ट्र के कारीगरों से भी पुलिस संपत और उसके परिवार वालों की जानकारी ले रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि जिस रास्ते पर खुलासे में लगी टीमें चल रही हैैं, जल्द ही सफलता मिलेगी.एसआईटी के साथ कानपुर कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच को भी शामिल किया गया है। कुछ पॉजिटिव संकेत मिल रहे हैैं। जल्दी ही पुलिस पूरी वारदात का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार करेगी।