आई एक्सक्लूसिव

-हैलट इमरजेंसी और वार्डो में नर्सो का काम कर रहे लड़के, रात की शिफ्ट ज्यादातर प्राइवेट लड़कों के हवाले

-बढ़े हुए कार्य को संभालने के लिए नर्सेस ने प्राइवेट लड़कों को अवैध रूप से रख लिया है

KANPUR : हैलट अस्पताल में नर्सेस की कम संख्या को लेकर कई बार खबरें छपी हैं, लेकिन कम संख्या होने के बाद भी कई नर्सेस खुद काम नहीं करना चाहती हैं। इससे बचने के लिए उन्होंने हैलट में प्राइवेट लड़कों को चंद रुपए देकर ड्यूटी पर लगा लिया है। ये लड़के न सिर्फ वार्डो बल्कि इमरजेंसी में भी बकायदा ड्यूटी लगवा कर काम करते हैं। ये प्राइवेट लड़के बिना ट्रेनिंग के ही मरीजों को ड्रिप लगाने से लेकर नर्सेस के सारे काम कर रहे हैं। दरअसल, बुधवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमें सर्जरी विभाग के जनरल वार्ड में नर्स की जगह उसके रखे प्राइवेट लड़कों को ड्यूटी करते पकड़ा गया। ऐसे 1 दर्जन लड़के हैलट में चिन्हित हुए हैं जो कि नर्सो की जगह उनकी ड्यूटी कर रहे हैं।

सैलरी पर रखे प्राइवेट लड़के

हैलट अस्पताल की इमरजेंसी में दो स्टाफ नर्स की ही ड्यूटी लगती है। इसमें एक स्टाफ नर्स आर्थो व सर्जरी विभाग देखती है, वहीं दूसरी नर्स मेडिसिन विभाग में काम करती है। आमतौर पर मेडिसिन विभाग में मरीज ज्यादा होने की वजह से काम भी ज्यादा होता है। पहले जूनियर डॉक्टर्स के कारिंदे इसमें काफी मदद कर देते थे, लेकिन सख्ती होने के चलते अब वह चले गए हैं। इस पर बढ़े हुए काम को संभालने के लिए नर्सेस ने प्राइवेट लड़कों को रख लिया है। इन लड़कों को सैलरी नर्सेस अपनी जेब से रुपए देती हैं।

ये काम करते हैं

मरीज का ड्रिप लगाने से लेकर उसे इंजेक्शन लगाने, जांच के लिए ब्लड सैंपल निकालने, प्राइवेट पैथोलॉजी से सेटिंग कर सैंपल भिजवाने, मरीजों को कैथेटर लगाने जैसे काम नर्सेस इन लड़कों से करवाती हैं। इनमें से कई को प्राइवेट नर्सिग स्कूलों से ट्रेनिंग के नाम पर भी बुलाया जाता है। जबकि उनकी ट्रेनिंग पूरी हो चुकी होती है।

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नाइट ड्यूटी तक करते हैं

हैलट इमरजेंसी के इतर वार्डो में भी इन प्राइवेट डॉक्टर्स की नाइट ड्यूटी तक लगती है। प्रमुख रूप से ये लड़के वार्ड-7, 11, 12, 14, 15 और 16 में काम करते हैं। नाइट ड्यूटी करने वाले इन प्राइवेट डॉक्टर्स के नाम भानू, कमलेश, प्रशंात बताए जा रहे हैं जोकि बकायदा एप्रेन पहन कर काम करते हैं। इन्हें काम करने के लिए नर्सेस से ही नहीं प्राइवेट पैथोलॉजी से भी पैसा मिलता है। बुधवार को इमरजेंसी में ईएमओ ने इसकी शिकायत मिलने पर मेडिसिन वार्ड का निरीक्षण किया तो वहां काम कर रहा प्राइवेट लड़का भाग निकला।

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नर्सेस के प्राइवेट लड़कों को रख कर नौकरी कराने की जानकारी नहीं है। पहले कुछ लड़कों के काम करने की शिकायत मिली थी जिन्हें लेकर ईएमओ को आदेश भी जारी किए थे। अगर अभी भी ऐसा कुछ हैं तो जांच कराकर फौरन कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ। आरसी गुप्ता, एसआईसी, एलएलआर हॉस्पिटल