कानपुर(ब्यूरो)। बिजली चोरी रोकने व लाइनलॉस कम करने के लिए केस्को के अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई सिस्टम का तोड़ बिजली चोरों ने निकाल लिया है। वह केबल बॉक्स के कवर तोडक़र बिजली चोरी कर रहे हैं। इसी वजह से यूपीपीसीएल के हाईलॉस वाले डिवीजनों में शामिल दो डिवीजनों में केस्को को फिर से मशक्कत करनी पड़ी रही है। केस्को ने बिजली चोरी पकडऩे के लिए छापेमारी की तो कई जगहों पर केबिल बॉक्स से कटिया लगाकर बिजली चोरी होती मिली।

205 करोड़ रुपए खर्च
केस्को के बिजलीघर परेड, किदवई नगर, कोपरगंज आलू मंडी, जरीबचौकी आदि डिवीजन हाईलॉस वाले डिवीजन में शामिल थे। यहां 40 परसेंट से अधिक एग्र्रीगेट टेक्निकल एंड कॉमार्शियल लॉस था। इसी वजह से केस्को ने इन डिवीजनों में अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क बिछाने की तैयारी की। इस कड़ी में सबसे किदवई नगर डिवीजन के बाबूपुरवा सबस्टेशन एरिया और फिर बिजलीघर परेड को शामिल किया गया।

152 ट्रांसफार्म से जुड़े एरिया
110 करोड़ रुपये से बाबूपुरवा, मालरोड, जीआईसी, साइकिल मार्केट सबस्टेशनों से जुड़े 152 ट्रांसफार्मर से जुड़े मोहल्लों में अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क बिछाया गया। वहीं 20 करोड़ रुपये से आलूमंडी सबस्टेशन के कोपरगंज सहित दो फीडर एरिया में अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क तैयार किया गया था। चमनगंज व चीनापार्क सबस्टेशन एरिया के 75 ट्रांसफार्मर्स एरिया में अंडरग्र्राउंड पॉवर सप्लाई नेटवर्क को 75 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इससे बिजलीचोरी, लाइनलॉस घटा। नए कनेक्शन भी बढ़े। इससे केस्को को पहले की तुलना में रेवेंयू भी अधिक मिलने लगा।

ताले और कवर तोड़े
कुल मिलाकर बिजलीचोरी व लाइन लॉस पर अंकुश लगाने के लिए केस्को ने 205 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन कोरोना के कारण लॉकडाउन के दौरान चोरों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया। बिजलीघर परेड, जरीबचौकी व आलूमंडी डिवीजन में कई जगहों पर केबिल बक्सों को तोड़ कर उसमें से बिजली चोरी शुरू कर दी गई है। इन इलाकों में केस्को ऑफिसर्स नहीं पहुंचते हैं। इसी वजह से बिजलीपरेड, जरीब चौकी, आलूमंडी डिवीजनों में लाइनलास 20 परसेंट से कम नहीं हो सका, जबकि मानक के अनुसार यहां आठ से 10 प्रतिशत ही लाइनलास होना चाहिए था।
सर्वाधिक लाइनलॉस
इन क्षेत्रों में अंडरग्राउंड बिजली व्यवस्था के लिए लगाए गए केबल बाक्स के ताले टूट चुके हैं। कई केबिल बाक्स के कवर उखड़ चुके हैं। करोड़ों रुपये खर्च कर लगाए गए केबल बाक्स क्षतिग्रस्त हो चुके हैंं। इन केबल बाक्स में कटिया डालकर बिजली चोरी भी की जा रही है। शायद इसी वजह से कुछ समय पहले यूपीपीसीएल ने आलूमंडी व बिजलीघर डिवीजन को प्रदेश में सर्वाधिक लाइनलास वाली डिवीजनों में शामिल किया। यूपीपीसीएल के अध्यक्ष ने नाराजगी भी जताई थी।

लगातार की जा रही रेड
आलूमंडी व बिजलीघर डिवीजन में बिजली चोरी रोकने, राजस्व वसूली के प्रयासों का जवाब मांगा गया था। केस्को की दो डिवीजन में लाइनलास को लेकर यूपीपीसीएल के नोडल अधिकारी संजय कुमार दत्त ने केस्को अधिकारियों के साथ समीक्षा की थी। केस्को के एक्सईएन ललित कृष्णा ने बताया कि केबल बाक्स के ताले टूट मिले थे, जिनमें वेल्डिंग करा दी गई। जांच की जा रही है, साथ ही बिजली चोरी को रोकने के लिए रेड भी की जा रही है।