-7 सालों से कानपुराइट्स सड़कों की खुदाई का दर्द झेल रहे

-भ्रष्टाचार से बनी सड़कें भी जगह-जगह फट रहीं

KANPUR: पिछले सात साल से कानपुराइट्स सड़कों की खुदाई का दर्द झेलने को मजबूर हैं। अभी भी खुदाई का यह सिलसिला जारी है। रही-सही कसर रोड कटिंग के बाद बन रही घटिया सड़कों के धंसने से पूरी हो रही है। जरा सी बरसात में ही सिटी की कई रोड्स धंस चुकी है। जिसके चलते अब कानपुराइट्स शहर की सड़कों में चल रहे खंजर से आजादी दिलाने की मांग कर रहे हैं।

1500 करोड़ का काम

जेएनएनयूआरएम के अ‌र्न्तगत ड्रिकिंग वाटर और सीवेज प्रोजेक्ट के 1500 करोड़ के काम हो रहे हैं। ये काम वर्ष 2007-08 में शुरू हुए थे। सीवेज व वाटर लाइन बिछाने के लिए मैकरार्बट्सगंज रोड, जीटी रोड, गोविन्द नगर रोड, किदवई नगर रोड, संगीत टाकीज रोड, रावतपुर- कम्पनी बाग रोड, गंगा बैराज रोड, माल रोड, वीआईपी रोड जाजमऊ सहित कई रोड्स की खुदाई की गई।

नहीं पूरा हुआ प्रोजेक्ट

7 साल बीतने के बावजूद जलनिगम अभी तक पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा नहीं कर सका। अलबत्ता सड़कों की खुदाई के कारण कानपुराइट्स को धूल के गुबार के साथ जाम का सामना करना पड़ रहा है। पाइप लाइन बिछाने के बाद मैकराबर्ट्सगंज रोड, लालइमली रोड, जीटी रोड, किदवई नगर आदि जो सड़क बनाई गई। वह जरा सी बारिश में धंसती जा रही हैं। जिनमें ट्रक, बस तक फंस रहे हैं। इतनी समस्याएं सहने के बावजूद कानपुराइट्स के घरों में नलों से पानी की एक बूंद भी नहीं टपकी। न ही सीवेज समस्या से छुटकारा मिला। इसी वजह से लोग अब खुदाई से आजादी चाह रहे हैं। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई जलनिगम के जीएम एके गुप्ता ने कहा कि जून,2016 तक सीवेज लाइन, एसटीपी चालू कर दिए जाएंगें। जल्द ही पानी भी घरों तक पहुंचने लगेगा।