कानपुर (ब्यूरो) 12 जनवरी को साकेत नगर इलाके में मोबाइल लूट की वारदात हुई। किदवई नगर थाने में केस दर्ज किया गया। खुलासे के लिए डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने सर्विलांस और स्वॉट टीम का गठन किया। मौके से मिले सीसीटीवी फुटेज लेकर पुलिस शातिरों की तलाश कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को जानकारी हुई कि इसी हुलिए के तीन लुटेरे स्कूटी से संजय वन की तरफ जा रहे हैैं। पुलिस ने आसपास की गलियों और सोटे वाले बाबा से लेकर शनि देव मंदिर तक का रास्ता सील कर चेकिंग शुरू की।

पुलिस ने दौड़ाकर दबोचा
पुलिस को देख स्कूटी सवार भागने लगे। पुलिस ने तीनों को संजय वन गेट के सामने से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में एक ने अपना नाम अमन सविता और निवासी यशोदा नगर और स्थाई पता कन्नौज बताया। दूसरे ने अपना नाम दीपक उर्फ आर्यन निवासी के ब्लॉक यशोदा नगर और तीसरे ने अपना नाम आर्यन यादव और निवासी देवकी नगर और स्थाई पता दिबियापुर औरैया बताया।

अलग-अलग जिलों में हैैं गर्लफ्रेंड
पूछताछ में तीनों ने बताया कि तीनों की अलग-अलग जिलों में गर्लफ्रेंड हैैं। जिनके लिए महंगे गिफ्ट का इंतजाम करना पड़ता था। इस वजह से वे लूट को अंजाम देते थे। पुलिस के मुताबिक अमन पहले भी वारदात को अंजाम देने में जेल जा चुका है। जबकि दीपक की पुलिस को तलाश थी। दीपक पर 15 हजार का ईनाम भी था।

16 दिन में पांच लूट कबूली
किदवईनगर थाना प्रभारी विनीत कुमार ने बताया कि लुटेरों ने जनवरी माह में बर्रा, बाबूपुरवा, चकेरी और 12 जनवरी को साकेत नगर इलाके में युवक का मोबाइल लूटने की बात कबूली है। इससे पहले सितंबर 2021 में भी किदवई नगर क्षेत्र में ही अमन और दीपक उर्फ आर्यन ने एक मोबाइल लूटा था, जिसमे अमन तो गिरफ्तार हुआ था, लेकिन दीपक वांछित था। जमानत पर छूटने के बाद अमन फिर गिरोह के साथ लूटपाट करने लगा था। आरोपियों ने 16 दिनों में पांच लूट की घटनाओं की बात कबूली है।