- लोकल इंटेलीजेंस यूनिट ने पूछताछ कर बनाई रिपोर्ट

- आने जाने पर कोई पाबंदी नहीं, लेकिन रखी जा रही नजर

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KANPUR : पाकिस्तान से 28 साल बाद वापस लौटे शमसुद्दीन खुफिया की निगरानी में हैं। उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। खासकर वो किससे मिल रहे हैं और कहां जा रहे हैं। ये सब एहतियातन किया जा रहा है। हालांकि उनके आने-जाने पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। इधर ट्यूजडे को एलआईयू की टीम शमसुद्दीन के घर पहुंची और पाकिस्तान की पूरी दास्तां जानी।

अभी पूरी तरह से आजाद नहीं

शमसुद्दीन 28 साल तक पाकिस्तान में रहे। इसमें से 8 साल सलाखों के पीछे काटी। जब वहां साबित हो गया कि वो जासूस नहीं है तब उनको वहां से भारत वापस भेज दिया गया। करीब बीस दिन तक अमृतसर में क्वारंटीन रहने के बाद रविवार को शमसुद्दीन वापस कानपुर अपने घर आए। एसपी पश्चिम डॉ। अनिल कुमार ने शमसुद्दीन की वापसी करवाकर परिजनों से मिलवाया। पर, शमसुद्दीन अभी पूरी तरह से आजाद नहीं हुए हैं। दरअसल पहले पाकिस्तान में उन पर जासूसी का आरोप था और अब भारत आने पर उनकी निगरानी की जा रही है। ट्यूजडे को उन्हें एलआईयू ऑफिस बुलाया गया था। शमसुद्दीन ने वहां बताया कि पाकिस्तान में वो जाकर बस गए थे। फर्जी कागजात बनवाकर उसी पर पासपोर्ट बनवाया था। जब वो पासपोर्ट का नवीनीकरण कराने पहुंचे थे तब वो पकड़े गए थे। फिर वो जेल भेजे गए। अब वो रिहा हुए। एलआईयू ने पूछताछ के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर ली है। जिसे वो शासन और विदेश मंत्रालय भेजेंगे।