कानपुर (ब्यूरो) बता दें कि पिछले चार दिनों में अलग-अलग मुख्य लाइनों में लीकेज पाया गया है। जिसके बाद जलापूर्ति बंद कर दी गई। लोअर गंगा कैनाल पहले से ही बंद होने के कारण पांच करोड़ लीटर की जलापूर्ति बंद है। मैकराबर्टगंज में लीकेज और रोड कङ्क्षटग की मंजूरी नहीं मिलने के कारण बैराज से छह करोड़ लीटर जलापूर्ति बंद है। करीब तीस लाख लोग परेशान हैं। वहीं ईदगाह चौराहे के पास लीकेज से डाट नाला धंस गया। जिसके चलते आपूर्ति बंद करनी पड़ी।

बार-बार क्यों रहा लीकेज?
मेयर प्रमिला पांडे ने ईदगाह के पास सड़क धंसने वाली जगह का नगर निगम के चीफ इंजीनियर एसके ङ्क्षसह और जलकल के जीएम नीरज गौड़ के साथ मौके का मुआयना किया। मेयर ने अफसरों को आदेश दिए कि जल्द लाइन ठीक करके जलापूर्ति की जाए। मेयर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि छह महीने पहले भी यहां पर लीकेज के कारण सड़क धंस गई थी। बार बार यही हो रहा है। फौरन ही लीकेज पता चले उसको तुरंत ठीक कराया जाए। जलकल के अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता ने बताया कि विभिन्न लाइनों में कुल चार जगह लीकेज मिला है। पाइप काटकर बदल दिया गया है। रात में ही लाइन चालू कर दी जाएगी।

यहां रहा जल संकट
नई सड़क, मैकराबर्टगंज, गांधीनगर, किदवईनगर, रामबाग, नेहरू नगर, पांडुनगर, काकादेव, शास्त्री नगर पीरोड, जवाहर नगर, निराला नगर,साकेत नगर, गोङ्क्षवद नगर, बर्रा, परेड, स्वरूप नगर, आर्य नगर, प्रेमनगर चमनगंज, बेकनगंज, परमट, ग्वालटोली समेत कई इलाकों में लोगों को पानी की परेशानी हुई।

दिनभर बजता रहा कंट्रोल रूम
जलकल कंट्रोल रूम में फाईडे सुबह से घंटी बजने का सिलसिला जारी रहा। कॉल करने वाले लोगों के जुबान पर एक ही शब्द था कि पानी कब आएगा। जिसका जवाब था कि देरशाम तक पानी सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। जलकल के मुताबिक फ्राईडे को पानी सप्लाई पूछने के लिए 100 से अधिक कॉल आई है।