-- किदवईनगर के। ब्लॉक में 36 साल पुराने मानव रक्त नमूने मिल चुके

- दादानगर और शारदा नगर में हुई थी हत्याएं

KANPUR: सिख विरोधी दंगे की जांच कर रही है एसआईटी किदवईनगर गुरुद्वारे व भवन की फॉरेंसिक जांच में मिली सफलता से उत्साहित है। 36 वर्ष पुराने मानव रक्त के नमूने मिलने के बाद अब उसने दो और मामलों में घटनास्थलों की घटनास्थलों की फॉरेंसिक जांच कराने की तैयारी की है। इसके लिए फील्ड यूनिट को लेटर भी भेज दिया है।

काफी हिस्सा सुरक्षित

एसआईटी का मानना है कि किदवईनगर के। ब्लॉक की ही तरह दादानगर कॉलोनी और शारदानगर कॉलोनी के घटनास्थलों का काफी हिस्सा अभी तक सुरक्षित है। इसलिए इन घटनास्थलों पर खून के पुराने दाग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। एसआइटी के मुताबिक दादानगर में दंगाइयों ने सरदार भगत सिंह की पीटकर हत्या की थी और डकैती डाली थी। वहीं शारदानगर में दो सिखों की हत्या करके लूटपाट की गई थी। एसआइटी के एसपी बालेंदु भूषण ने बताया कि विवेचक दोबारा फॉरेंसिक जांच कराने की मांग कर रहे हैं। इस बाबत फील्ड यूनिट को पत्र भेजा गया है।

पूरी उम्मीद

दरअसल एसआईटी ने कुछ समय पहले किदवईनगर के। ब्लॉक स्थित गुरुद्वारे व उसके पीछे वाले भवन की फॉरेंसिक जांच कराई थी। इस दौरान फर्श पर 36 वर्ष पुराने मानव रक्त के नमूने मिले थे। अब एसआइटी गो¨वदनगर थानाक्षेत्र की दादानगर कॉलोनी में और कल्याणपुर थानाक्षेत्र की शारदानगर कॉलोनी के घटनास्थलों की भी दोबारा फॉरेंसिक जांच कराने की कोशिश कर रही है।