- एचबीटीयू में स्टूडेंट्स का इनोवेशन सेंटर देगा स्वरोजगार का मंच

- इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर में स्टूडेंट्स के आईडिया को मिल रही उड़ान

20 स्टूडेंट्स ने कोरोनाकाल में सेंसर टेक्नोलॉजी के प्रोटोटाइप बनाए

-10 से अधिक प्रोटोटाइप व उपकरण बनाकर उसका प्रदर्शन करेंगे

KANPUR: स्टूडेंट्स का आईडिया अब क्लास में दम नहीं तोड़ेगा। स्टूडेंट्स की उड़ान को पंख लगेंगे। यदि उनके आईडिया में दम हुआ तो उसे इंडस्ट्री तक ले जाया जाएगा। एचबीटीयू अपने स्टूडेंट्स को ऐसा मंच देना जा रहा है जिससे उनके लिए तरक्की की राह खुलेगी।

इनोवेशन का दिया प्रजेंटेशन

मंडे को वाइस चांसलर प्रो। शमशेर के सामने ऐसे ही एक दर्जन से ज्यादा स्टूडेंट्स ने अपनी इजाद की गई तकनीक के बारे में प्रजेंटेशन दिया। इस दौरान 20 स्टूडेंट्स ने रोबोटिक्स टेक्नोलाजी, पॉल्यूशन और सेंसर टेक्नोलाजी समेत अन्य मॉडल व उनके प्रोटोटाइप प्रस्तुत किए।

प्रोडक्ट के रूप में करे डेवलप

इन स्टूडेंट्स के माडल व प्रोटोटाइप देखने के बाद वाइस चांसलर ने उन्हें प्रोडक्ट के रूप में विकसित करने के लिए प्रेरित किया। प्रो। शमशेर ने कहा कि वह इन प्रोटोटाइप को प्रोडक्ट बनाने के लिए अपने स्टार्टअप को कंपनी की तरह स्थापित करें। राज्य सरकार व यूनिवर्सिटी प्रशासन ऐसे युवाओं की आर्थिक मदद करेगा।

पालिसी बना रहा एचबीटीयू

डीन इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन प्रो। नरेंद्र कोहली ने बताया कि भविष्य में यूनिवर्सिटी के अलावा बाहरी युवाओें के स्टार्टअप स्थापित करने का भी अवसर दिया जाएगा। इसके लिए भी एचबीटीयू पालिसी बना रहा है। कोरोनाकाल में यह एक बड़ी उपलब्धि है कि इन स्टूडेंट्स ने अपनी सोच को साकार करने केक लिए आनलाइन स्टडी करके यह प्रोटोटाइप बनाए हैं।

अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस वर्ष यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स 10 से अधिक प्रोटोटाइप व उपकरण बनाकर उसका प्रदर्शन करेंगे। इनमें से जो प्रोटोटाइप दमदार होगा उसे प्रोडक्ट बनाने से लेकर बाजार में उतारने तक के लिए यूनिवर्सिटी उन स्टूडेंट्स की मदद करेगा।

फसलों को डूबने से बचाएगा

एचबीटीयू के केमिकल इंजीनिय¨रग सेकेंड ईयर के स्टूडेंट मयंक खन्ना ने इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर में बारिश से फसलों को बचाने के लिए स्मार्ट रूफ आफ प्रोटेक्शन क्राप टेक्नोलाजी ईजाद की है। मयंक ने बताया कि इस टेक्नोलाजी में फसलों में पानी भरने के दौरान सेंसर आगाह करता है। सेंसर के आगाह करते ही फसलों के ऊपर तिरपाल खुल जाता है जिससे वह डूबने से बच जाती हैं। खेतों में पानी का स्तर मानक पर पहुंचते ही तिरपाल खुद ब खुद हट जाता है।

आब्जेक्ट को करेगा फालो

इसके अलावा इलेक्ट्रानिक्स इंजीनिय¨रग द्वितीय वर्ष के छात्र प्रादुम पाल ने आब्जेक्ट को फालो करने वाला उपकरण बनाया है। इसका यूज ड्रोन व मानव रहित ऐसे किसी भी उपकरण को बनाने में किया जा सकता है जिससे किसी चीज को फालो किया जाना है।