विशेषज्ञों का कहना है कि 5000 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली ये मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस है। इसका अर्थ ये है कि ये मिसाइल पाकिस्तान के अलावा पड़ोसी देश चीन के सभी हिस्सों तक पहुँचने की क्षमता रखती है।

अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि अगर सब कुछ अनुकूल रहा तो बुधवार को इसका परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद भारत उन देशों में शामिल हो जाएगा जिसके पास अंतरद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल की क्षमता है। इस समय अमरीका, ब्रिटेन, चीन और रूस के पास ऐसी मिसाइलें हैं।

नई तकनीक

अग्नि-5 को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने तैयार किया है। इस मिसाइल की कुल लंबाई 17.5 मीटर है और ये करीब 49 टन वजनी है।

डीआरडीओ के अधिकारियों के अनुसार अग्नि-5 तीन रॉकेटों के सहारे काम करता है। डीआरडीओ के वैज्ञानिकों का कहना है कि साल 2010 में अग्नि 3 के सफल प्रक्षेपण और उसके बाद 2011 में अग्नि 4 के सफल प्रक्षेपण के बाद उसी डिजाइन को अग्नि 5 के लिए विकसित किया गया है।

भारत की इंडरमीडियेट रेंज बैलिस्टिक मिसाइलों में अग्नि 1, अग्नि 2 और अग्नि 3 शामिल है जिनकी मारक क्षमता 700-800 किलोमीटर, 2000-2300 किलोमीटर और 3500 किलोमीटर से ज्यादा है।

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