प्यार तकरार और इंकार के बीच होता है एक और रिश्ता जिसे कहते हैं अंडरस्टैंडिंग। जाहिर सी बात है कि अंडरस्टैंडिंग के लिए दो लोगों के बीच आपसी समझ सबसे इंर्पोटेंट होती है, मगर कभी कभी यह समझ कहीं खो जाती है दोनों में से एक उसे प्यार या किसी हद तक कमिटमेंट से लिंक कर लेता है।
Loving someone who dosen't even know
जब जब ऐसा कुछ होता है अच्छा भला रिलेशन टूटने की स्टेक पर पहुंच जाता है। आप टीन्स की सबसे अच्छी क्वालिटी होती है बाई नेचर आप अपने फेवरेट बडीज़ पर बिलीव करने लगते हैं और यही बिलीफ दो लोगों के बीच अंडस्टेंडिंग और नजदीकियां पैदा करता है। अक्सर ऐसे में एक स्टेज ऐसी आती है कि किसी एक को लगने लगता है कि उनके बीच किसी किस्म के रिलेशन को लेकर कमिटमेंट पैदा हो चुका है। यहीं से शुरू होती है सारी प्राब्लम क्यों कि दरसल हर रिश्ते प्यार नहीं होता।
Punch of relation
जिसे आप प्यार समझ रहे हैं दूसरे के लिए वह केवल रिलेशन से अटैचमैंट है। जिसे वह लाइक करता है। इस खेल में दरसल यही पंच है। आप को पर्सन से प्यार है और दूसरे को अपने रिलेशन से अटैचमेंट है। गलत दोनों में से कोई भी नहीं है मगर आपका रिलेशन गलत प्लेस पर आकर टहर गया है और यह यूनीक टर्न ही इनफैक्ट दो क्लोज लोगों के रिलेशन का डेड एंड बन जाता है।
Feel extreme emotions
सच्चाई यह है कि हम लोग हर इमोशन को उसके एक्सट्रीम पर जा कर फील करते हैं और उसी अंदाज में जीते हो। बेशक हमारी वैल्यूज और थॉट पहले की जनरेशन से काफी अलग हें और ऐसा भी नहीं है कि हम अपनी फैमिली को प्यार नहीं करते। बस हमारी प्रॉयोरिटी लिस्ट में वह रिलेशन पहले आते हैं जो हमने खुद चूज किए हैं। जाहिर सी बात हैं पेरेंटस हों या सिबलिंग्स उनका नंबर कुछ पीछे हो जाता है।
Believe in firsthand experience
उम्र के इस स्टेज पर सबसे क्लोज वही होता है जो सेम वेवलेंथ पर सोचता है और फील करता है। अब कोई भले ही इसे गलत समझे पर सच तो यही है कि किसी और के एक्सोपीरियेंसेज बॉरो करने की जगह हम लोगों को अपने एरर से सीखना पसंद है। इस प्रोसेज में खतरे हैं और यहीं काम आती है पेरेंटस से फ्रेंडशिप। अगर इस समय हमारे पेरेंटस हमारे साथ कम्यू्निकेशन बनाए रहते तो किसी भी सिचुएशन को ओवरकम करना आसान हो जाता है।
Experience reduces chances of mishaps
सीखना तो हमें अपने एक्सपीयरेंस से ही हैं मॉम डैड के साथ बस कम्यूनिकेशन गैप नहीं आना चाहिए। अगर वो हमसे फ्रेंडली बात करते रहेंगे तो हम गिल्ट या कांप्लेक्स के शिकार होने से बच जाएंगे और टीन एज की यह मिसअंडरस्टैंरड करने की वीकनेस हैबिट नहीं बनेगी। हमें समझ आ जाएगा कि हर रिश्ता प्यार और उसके इकरार का नहीं होता। यह समझना बहुत जरूरी है क्यूंकि एक बार अन्डरस्टैंडिंग डेवलप होने के बाद अपने डिसीजन केयरफुली लेने लगेंगे जिससे शायद कानपुर के यंग एंबीशियस ब्वाय नीरज ग्रोवर जैसे हादसे नहीं होंगे।
Drive safe your relations
A teenager drives too fast around a curve and plants his car into a tree। Though he saw posted speed limits, heard parental admonitions and suffered through hours of driver’s training, in that moment behind the wheel, you acted seemingly without thinking. यह बिहेवियर इसलिए नहीं हें कि हम रूल्स के अगेंस्ट हैं बल्कि इसलिए है क्योंकि हमारी इनर एनर्जी और स्पेशल होने की चाह हमें ऐसा करने के लिए मजबूर करती है। एक्साइटमेंट के साथ वही एक्सट्रीम पॉवर फील करने की चाह हमे ड्राइव कर रही होती है। ऐसा ही हम रिलेशन्स में करते हैं बहुत तेज चलना चाहते हैं और एक दूसरे को मिसअंडरस्टैंड करके डिस्टर्ब होते रहते हैं।