- एफएसडीए की टीम ने एमडीएम बनाने वाली दो संस्थाओं के किचन में मारा छापा, सैम्पल भरकर जांच के लिए भेजे

KANPUR : नौनिहालों को मिलने वाले मिड डे मील में भी मिलावट हो रही है। यही नहीं मील बनाने में जो सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है, वह भी घटिया किस्म की है। साथ ही किचन में गंदगी के बीच खाना पकाया जा रहा है। ये हालात ट्यूजडे को एफएसडीए टीम को मिड डे मील बनाने वाली संस्थाओं के किचन में दिखे।

गंदगी के बीच भोजन बनता मिला

ट्यूजडे को एफएसडीए की टीम ने एमडीएम बनाने वाली जन हितकारी सेवा केन्द्र की वाई ब्लाक किदवईनगर स्थित किचन में छापा मारा। किचन में चारों तरफ गंदगी मिली, वहीं पर बच्चों का भोजन भी बन रहा था। संस्था के संचालक लोकेश कुमार से जब खाद्य सुरक्षा का जारी किया गया लाइसेंस मांगा गया, तो वह नहीं दिखा सका। टीम ने वहां बनी दाल को देखा तो उसमें मिलावट की शंका हुई। इस पर इस दाल के अलावा रिफाइण्ड सोयाबीन ऑयल, हल्दी के अलावा वहां रखी दाल का सैम्पल सील किया गया।

चावल में मिलावट का शक

एफएसडीए की टीम मानव सेवा समिति के संजय गांधी नगर नौबस्ता स्थित कॉमन किचन का हाल देखने भी पहुंची। यहां भी किचन गंदा मिला। किचन में मिले पके हुए चावल में मिलावट के शक पर सैम्पल सील किया गया। साथ ही सोयाबड़ी, हल्दी पाउडर का भी सैम्पल भरा गया।

(वर्जन वर्जन)

'एमडीएम बनाने वाली दो संस्थाओं से सैम्पल लेकर जांच के लिए विभाग की लैब में भेजा जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे कार्रवाई की जाएगी.'

एसएसएच आबिदी, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी