-2006 में लागू हुई कानपुर महायोजना 2021

-महायोजना में इलाहाबाद जीटी रोड के एक साइड 1707 हेक्टेयर जमीन हवाई अड्डे के लिए रखी गई

- 10 साल से हवाई अड्डे का अता-पता नहीं, अहिरवां एयरपोर्ट का विस्तार होते देख लैंडयूज चेंज करने की तैयारी

-11 नवंबर को होने वाली केडीए बोर्ड मीटिंग में रखा जाएगा प्रपोजल

KANPUR: आने वाले समय में कानपुर महायोजना 2021 को देखकर आप भ्रमित नहीं होंगे। एक दशक से मास्टर प्लान में प्रपोज्ड एयरपोर्ट को हटाए जाने की तैयारी शुरू हो गई। 11 नवंबर को होने वाली मीटिंग में महायोजना में संशोधन के लिए प्रपोजल रखा जा रहा है। जिसमें एयरपोर्ट लैंड यूज को चेंज किए जाने का प्रपोजल भी शामिल हैं।

1707 हेक्टेयर में

कानपुर महायोजना 2021 में शहर में हवाई अड्डे के लिए 1707 हेक्टेयर जमीन रखी गई थी। जो कि इलाहाबाद जीटी रोड पर पिपरगवां, बुढ़वां, कठोंगर में शामिल थी। 90 के दशक में बनाई महायोजना 2021 वर्ष 2006 में लागू हुई थी।

10 साल भी हवाई अड्डे का अता-पता नहीं

10 साल बीतने के बावजूद अभी तक यह हवाई अड्डा मास्टर प्लान तक सिमट कर रह गया है। अभी तक हवाई अड्डा बनाने का कोई प्रस्ताव तक नहीं बना है। अलबत्ता अहिरवां में एयरपोर्ट जरूर डेवलप किया जा रहा है। जिसके चलते महायोजना 2021 के पुनरीक्षण और उसमें पिपरगवां, बुढ़वां, कठोंगर में हवाई अड्डा लैंडयूज के लिए रखी गई इस जमीन को लेकर संशोधन किए जाने की तैयारी हो रही है। इसका लैंडयूज चेंज करने की तैयारी शुरू हो गई है।